प्रयाग
- अप्रैल- 2021 -12 अप्रैलइतिहास
हर्ष के समय धर्म तथा धार्मिक जीवन की स्लाइड
हर्ष के व्यक्तिगत धर्म तथा उसके समय की धार्मक अवस्था के विषय में हम हर्षचरित तथा हुएनसांग के भ्रमण-वृतांत से…
Read More » - 9 अप्रैलइतिहास
बलभी का मैत्रक वंश की स्लाइड
550 ईस्वी अर्थात् ईसा की 6वीं शता. के मध्य शक्तिशाली गुप्त साम्राज्य पूरी तरह से छिन्न-भिन्न हो गया। गुप्त साम्राज्य…
Read More » - 1 अप्रैलइतिहास
गुप्तों का आर्थिक जीवन कैसा था की स्लाइड
गुप्त राजाओं का शासन काल आर्थिक दृष्टि से समृद्धि एवं सम्पन्नता का काल था। कृषि की उन्नति पर विशेष ध्यान…
Read More » - मार्च- 2021 -20 मार्चइतिहास
घटोत्कच एवं चंद्रगुप्त प्रथम का इतिहास की स्लाइड
महाराज घटोत्कच का पुत्र और उत्तराधिकारी चंद्रगुप्त प्रारंभिक गुप्त शासकों में सर्वाधिक शक्तिशाली था। राज्यारोहण के बाद उसने अपनी महत्ता…
Read More » - जुलाई- 2020 -5 जुलाईइतिहास
शंकराचार्य तथा उनका दर्शन
प्राचीन भारत के दार्शनिकों एवं धर्माचार्यों में शंकराचार्य का नाम अग्रगण्य है। उनका जन्म केरल प्रांत के अल्वर नदी(मालवार तट)…
Read More » - जून- 2020 -28 जूनइतिहास
हिन्दू धर्म में सूर्य पूजा का महत्त्व
हिन्दू देवमंडल में सूर्य का अत्यन्त महत्त्वपूर्ण स्थान था, जिनकी कल्पना जगत के प्रकाश के स्वामी के रूप में की…
Read More » - मार्च- 2020 -12 मार्चइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल प्रयाग
गंगा-यमुना के पवित्र संगम पर स्थित प्रयाग अतिप्राचीन समय से ही हिन्दुओं का सुप्रसिद्ध तीर्थ रहा है। धर्मग्रन्थ इसे ‘तीर्थराज’…
Read More » - दिसम्बर- 2019 -27 दिसम्बरइतिहास
कलचुरि शासक कर्ण अथवा लक्ष्मीकर्ण (1041-1070)का इतिहास
कलचुरि शासक गांगेयदेव के बाद उसका पुत्र कर्णदेव अथवा लक्ष्मीकर्ण शासक बना। वह अपने वंश का सर्वाधिक शक्तिशाली राजा था।…
Read More » - 27 दिसम्बरइतिहास
कलचुरि सत्ता का उत्कर्ष – गांगेयदेव विक्रमादित्य (1019-1041 ईस्वी)
कोक्कल द्वितीय के बाद उसका पुत्र गांगेयदेव विक्रमादित्य कलचुरिवंश का एक प्रतापी राजा हुआ। उसके राज्यारोहण के समय कलचुरि राज्य…
Read More » - नवम्बर- 2019 -25 नवम्बरइतिहास
राठौङ शासक जयचंद का इतिहास
जयचंद का समकालीन दिल्ली तथा अजमेर का चौहान राजा पृथ्वीराज तृतीय था। चंदबरदाई के पृथ्वीराजरासो से दोनों की पारस्परिक शत्रुता…
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