कुषाण वंश
- अगस्त- 2019 -8 अगस्त
कुषाण कालीन सिक्कों का इतिहास
उत्तर-पश्चिम भारत में स्वर्ण सिक्कों का प्रचलन यवन राजाओं ने करवाया तथापि इन्हें नियमित एवं पूर्णरूपेण प्रचलित करने का श्रेय…
Read More » - 5 अगस्त
मथुरा कला शैली का इतिहास
मथुरा से बुद्ध एवं बोधिसत्वों की खङी तथा बैठी मुद्रा में बनी हुई मूर्तियाँ मिली हैं। उनके व्यक्तित्व में चक्रवर्ती…
Read More » - 4 अगस्त
कौशांबी कला शैली कैसी थी
कुछ विद्वानों का विचार है, कि मौर्योत्तर काल में कौशांबी में एक स्वतंत्र शैली का विकास हुआ। यह कहीं-2 तो…
Read More » - 3 अगस्त
गंधार कला शैली कैसी थी
वी.एस.अग्रवाल ने काफी अच्छे ढंग से यह सिद्ध कर दिया कि सर्वप्रथम बुद्ध मूर्ति का आविष्कार मथुरा के शिल्पियों द्वारा…
Read More » - 2 अगस्त
कुषाण काल में कला एवं स्थापत्य
फाह्यान के अनुसार उसने जितने भी स्तूप देखे थे, उनमें यह सर्वाधिक प्रभावशाली था। ह्वेनसांग के विवरण से पता चलता…
Read More » - 1 अगस्त
कनिष्क के समय में बौद्ध धर्म का प्रचार-प्रसार
कनिष्क के समय बहुसंख्यक चैत्यों एवं विहारों का निर्माण करवाया गया। प्रथम कुषाण शासक कुजुल कडफिसेस के समय से ही…
Read More » - 1 अगस्त
कनिष्क के समय में साहित्यिक प्रगति
शारिपुत्रप्रकरण नौ अंकों का एक नाटक ग्रथ है। जिसमें बुद्ध के शिष्य शारिपुत्र के बौद्ध धर्म में दीक्षित होने का…
Read More » - 1 अगस्त
कुषाण युगीन संस्कृति एवं समाज
कुषाण काल में भारतीय समाज का मूल ढाँचा अपरिवर्तित रहा। परंपरागत वर्ण व्यवस्था पर विदेशियों के आक्रमण से गंभीर खतरा…
Read More » - जुलाई- 2019 -31 जुलाई
परवर्ती कुषाण शासक
परवर्ती कुषाण राजाओं में सर्वप्रथम वासुदेव के बाद हमें एक तीसरे कनिष्क का पता चलता है, जिसने संभवतः 180 से…
Read More » - 30 जुलाई
कुषाण शासक कनिष्क का शासन एवं साम्राज्य विस्तार
राजतरंगिणी से जहाँ कश्मीर पर उसका अधिकार सूचित होता है, वहीं सूई-बिहार तथा साँची के लेख सिंध, मालवा, गुजरात, राजस्थान…
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