मेरी पार्कर फोलेट कौन थे?

प्रशासनिक क्षेत्र में सिद्धांत प्रतिपादन की दृष्टि से मेरी मार्कर फोलेट का महत्त्वपूर्ण स्थान है। इनका जन्म 1868 ई. में अमरीका के शहर बोस्टन में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा यहीं की थायेर अकादमी में हुई। वह अपने उन शिक्षकों से बहुत ज्यादा प्रभावित थी जिन्होंने उन्हें जीवन में सरलता का महत्त्व समझाया और निरंतर आगे बढते रहने की प्रेरणा दी। आगे की पढाई उन्होंने रेडक्लिफ और कैंब्रिज के न्यूनहेम कालेज में पूरी की। दर्शन, इतिहास और राजनीति विज्ञान के अध्ययन में उनकी बहुत दिलचस्पी थी जिसे उन्होंने सोत्साह पूरा किया। अध्ययन के दौरान बोस्टन में रहते हुए उन्होंने सामाजिक कार्य और प्रशासन में अपनी रुचि विकसित की। सन् 1900 में सुश्री फोलेट ने रॉक्स्बरी डिबेटिंग क्लव की स्थापना की। सन् 1909 में वह महिलाओं की महानगर परिषद की पाठशाला उपसमिति की अध्यक्ष बनी। उन्होंने महिलाओं, बच्चों और झोपङपट्टी के लोगों के लिये सामाजिक काम किए।
1912 में वह व्यावसायिक मार्गदर्शन के क्षेत्र में आयी और बोस्टन प्लेसमेंट ब्यूरो की सदस्य बनी। अपनी इसी सामर्थ्य के चलते वह उद्योग के संपर्क में आयी और औद्योगिक संगठन पर अपने तमाम शोध प्रपत्र व्यापार प्रशासकों के वार्षिक समारोहों में प्रस्तुत किए। इस तरह अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त राजनीति विज्ञानी सुश्री फोलेट ने अपना ध्यान सामाजिक क्षेत्र की समस्याओं, विशेषकर सामाजिक प्रशासन की समस्याओं को सुलझाने में लगाया। इसके बाद धीरे-धीरे वह प्रशासन और व्यापारिक प्रबंध के क्षेत्र में आयी। उन्होंने द स्पीकर ऑफ द हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव (1909), द न्यू स्टेट (1920), क्रियेटिव इक्सपीरियस (1924) और डायनामिक एडमिनिस्ट्रेशन (1941) नामक किताबें लिखी। इनमें से आखिरी किताब उनकी मृत्यु के बाद मेटकाफ और उर्विक ने संपादित की।