प्राचीन भारत
- फरवरी- 2018 -27 फ़रवरी
बौद्ध साहित्य त्रिपिटक
त्रिपिटक बौद्ध धर्म के पाली भाषा में लिखित प्रमुख ग्रंथ हैं। त्रिपिटक का शाब्दिक अर्थ है- तीन पिटारियां। यह बौद्ध…
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प्रतीत्यसमुत्पाद एवं द्वादश निदान(12 उपचार )
महात्मा बुद्ध के उपदेशों का सार एवं उनकी सम्पूर्ण शिक्षाओं का आधार स्तंभ उनके सिद्धांत हैं। उनके सभी सिद्धांतों में…
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बुद्ध का मध्यममार्ग / मध्यम प्रतीपदा ही मुक्ति का मार्ग है
आषाढ पूर्णिमा को अपने पाँच प्रमुख भिक्षुओं(कौण्डिन्य, भद्दीय, महानाम, अस्सणि, वज्र) को संबोधित करते हुए बुद्ध ने कहा था, भिक्षुओं-…
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बौद्ध धर्म की शिक्षाएं एवं सिद्धांत
महात्मा बुद्ध के उपदेशों का सार एवं उनकी सम्पूर्ण शिक्षाओं का आधार स्तंभ उनके सिद्धांत हैं। उनके सभी सिद्धांतों में…
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बौद्ध धर्म का दर्शन
बौद्ध दर्शन से अभिप्राय उस दर्शन से है, जो भगवान बुद्ध के निर्वाण के बाद बौद्ध धर्म के विभिन्न सम्प्रदायों…
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महात्मा बुद्ध के उपदेश
महात्मा बुद्ध ने अपने उपदेश, सरल तथा स्थानीय भाषा (पालि) में दिये। महात्मा बुद्ध का व्यक्तित्व महान था , वे…
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बौद्ध धर्म का अष्टांगिक मार्ग – जीवन के सभी दुःख दूर करे
महात्मा बुद्ध की प्रमुख शिक्षाओं में से एक शिक्षा अष्टांगिक मार्ग भी है। जो दुःखों से मुक्ति पाने एवं आत्म…
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बौद्ध धर्म के चार आर्य सत्य एवं अष्टांगिक मार्ग
चार आर्य सत्य- दुः ख – संसार में दुः ख है।समुदाय – दुः ख का कारण है। निरोध – दुः ख…
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बौद्ध धर्म के त्रिरत्न
त्रिरत्न (तीन रत्न) बौद्ध धर्म के सबसे महत्त्वपूर्ण अंग हैं। इन त्रिरत्नों पर ही बौद्ध धर्म आधारित हैं। त्रिरत्न बुद्धधम्मसंघ बुद्ध– बुद्ध का मतलब…
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बौद्ध संगीतियांः स्थान, अध्यक्ष, शासनकाल
महात्मा बुद्ध के परिनिर्वाण के कुछ समय बाद से ही उनके उपदेशों को संगृहीत करने, उनका पाठ (वाचन) करने आदि के…
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