स्लाइड
- फरवरी- 2021 -13 फ़रवरी
गुणाढ्य की रचनाऐं के बारे में जानकारी
प्राचीन साहित्य के कथाकारों में गुणाढ्य का नाम सर्वप्रथम उल्लेखनीय है। वह सातवाहन नरेश हाल (प्रथम-द्वितीय शती.)का दरबारी कवि था।…
Read More » - 13 फ़रवरी
भारत का पाश्चात्य विश्व के साथ व्यापारिक संबंध की स्लाइड
व्यापार तथा वाणिज्य भारत के आर्थिक जीवन का प्रमुख तत्व रहा है। वस्तुतः यह वहाँ के निवासियों की समृद्धि का…
Read More » - 12 फ़रवरी
प्राचीन काल में भारत-रोम संबंधों के बारे पूरी जानकारी
भारत तथा पाश्चात्य विश्व के बीच संपर्क के प्राचीनतम संदर्भ मिलते हैं, तथापि इस बात के स्पष्ट प्रमाण हैं, कि…
Read More » - 11 फ़रवरी
शक-सातवाहन संघर्ष का वर्णन की स्लाइड
सातवाहन नरेश शातकर्णी प्रथम की मृत्यु के बाद सातवाहनों का इतिहास अंधकारपूर्ण हो गया। 17 ईसा. पूर्व के लगभग से…
Read More » - 11 फ़रवरी
शैव धर्म के महत्वपूर्ण तथ्य एवं प्राचीन काल में सोपारा क्या था
शिव भक्ति की प्रारंभिक जानकारी सिन्धु घाटी सभ्यता के अवशेषों से होती है। शैव मत का उदय शुंग-सातवाहन काल में…
Read More » - 10 फ़रवरी
कालिदास का परिचय तथा उनके द्वारा लिखित ग्रंथों की सम्पूर्ण जानकारी
कालिदास संस्कृत भाषा के सर्वश्रेष्ठ कवि एवं नाटककार हैं। दुर्भाग्यवश इनकी तिथि के विषय में गहरा मतभेद है।इस संबंध में…
Read More » - 10 फ़रवरी
खारवेल का इतिहास
राजा बनने के बाद प्रथम वर्ष में खारवेल ने अपनी राजधानी कलिंग नगर में निर्माण कार्य करवाया। खारवेल ने तोरणों…
Read More » - 9 फ़रवरी
सातवाहन शासक वासिष्ठीपुत्र पुलुमावी तथा यज्ञश्री शातकर्णी का इतिहास
सातवाहन शासक वासिष्ठीपुत्र पुलुमावी के बाद सातवाहनों की शक्ति निर्बल पङ गयी। उसके बाद पुराणों की सूची के अनुसार शिवश्री…
Read More » - 9 फ़रवरी
सातवाहन शासक शातकर्णी प्रथम का इतिहास
सातवाहन शासक कृष्ण की मृत्यु के बाद श्रीशातकर्णि, जो सिमुक का पुत्र था, सातवाहन वंश का शासक बना। श्रीशातकर्णि "शातकर्णी…
Read More » - 8 फ़रवरी
सातवाहन कालीन शासन व्यवस्था की सम्पूर्ण जानकारी
सातवाहन राजाओं ने मौर्य नरेशों के आदर्श पर ही अपने शासन का संगठन किया। शासन का स्वरूप राजतंत्रात्मक ही था।…
Read More »