इतिहास
- अक्टूबर- 2019 -16 अक्टूबर
पुलकेशिन द्वितीय तथा हर्ष के मध्य युद्ध का विवरण
पुलकेशिन द्वितीय का एहोल अभिलेख जिसके अनुसार अपार ऐश्वर्य द्वारा पालित सामंतों की मुकुट की आभा से आच्छादित हो रहे…
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हर्षवर्धन का सिंध के साथ युद्ध
हुएनसांग के विवरण से पता चलता है, कि सिंध देश का राजा जाति से शूद्र था और बौद्ध धर्म में…
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हर्षवर्धन तथा कामरूप का देश
भास्करवर्मा ने कहला भेजा कि वह चीनी यात्री के बदले अपना सिर देना पसंद करेगा। इस पर हर्ष क्रोधित हुआ…
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हर्षवर्धन का नेपाल के साथ कैसा संबंध था
हर्ष ने नेपाल की विजय की थी राधाकुमुद मुकर्जी के अनुसार नेपाल में हर्ष संवत् का प्रचलन था, जो वहाँ…
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हर्षवर्धन एवं कश्मीर के संबंध
हर्ष श्रृद्धा-विह्लल हो उठा तथा बल प्रयोग करके दाँत को अपने साथ उठा ले गया। परंतु इस कथन से हर्ष…
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हर्षवर्धन द्वारा किये गये युद्ध एवं विजये
- यदि कुछ ही दिनों में धनुष चलाने की चपलता के घमंड में भरे हुए समस्त उद्धत राजाओं के पैरों…
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हर्षवर्धन तथा उसका प्रारंभिक जीवन
बाण के अनुसार यशोमती के गर्भ तथा ह्रदय में एक साथ ही हर्ष का उदय उसी प्रकार हुआ, जिस प्रकार,…
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वर्धन वंश का नरेश राज्यवर्धन
उसने सिंहासन ग्रहण किया और हर्ष को संबोधित किया कि - "आज मैं मालवा राजवंश का विनाश करने जाता हूँ।…
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वर्धन वंश के शासक प्रभाकरवर्धन का इतिहास
प्रभाकरवर्द्धन एक शक्तिशाली राजा था। उसकी उपलब्धियों का विवरण बाण के हर्षचरित में इस प्रकार से मिलता है - वह…
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थानेश्वर के वर्द्धन वंश को जानने के लिए इतिहास के साधन
र्षचरित में 8 अध्याय अथवा खंड हैं। इन्हें उच्छवास कहा जाता है। प्रथम तीन में बाण ने अपनी आत्मकथा लिखी
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