राजस्थान : इतिहास एवं कला संस्कृति से सम्बन्धित प्रश्न और उत्तर भाग 1
राजस्थान में ‘शंख लिपि’ के प्रयोग के प्रमाण कहाँ से प्राप्त हुए?
मत्स्य महाजनपद की राजधानी बैराठ जयपुर में शंख लिपि के प्रयोग के प्रमाण प्राप्त हुए। कालीबंगा से श्री ब्रजवासीलाल को मिट्टी के पिण्ड प्राप्त हुए, जिन पर सैन्धव लिपि में लेख उत्कीर्ण थे।
कालीबंगा से धार्मिक जीवन के क्या प्रमाण प्राप्त हुए है?
कालीबंगा (हनुमानगढ़) के एक चबुतरे से यज्ञवेदियों के अवशेष प्राप्त हुए है। जिससे यहाँ धार्मिक- जीवन के बारे में पता लगाया जाता है। कालीबंगा यघपि सिन्धु सभ्यता का ही अंग है। परन्तु सिन्धु सभ्यता के अधिकतर स्थलों की भाँति यहाँ से मातृदेवी, पशुपति शिव व प्रजनन शक्तियों की पूजा के प्रमाण नही मिलते।
बैराठ से प्राप्त अशोक का अभिलेख किसने खोजा था?
बैराठ से प्राप्त अशोक का अभिलेख बैराठ अभिलेख की खोज 1834 ई. में कैप्टन बर्ट ने की थी। यह अशोक का एकमात्र अभिलेख है जो उसे बौद्ध धर्म के अनुयायी घोषित करता है।
लौह अयस्क से लोहा बनाने की भट्टियाँ जयपुर के किस स्थल से मिली है?
बर्ड राईडिंग राॅक पेन्टिंग कहाँ से प्राप्त हुआ है?
बूँदी के छाजा नदी के किनारे स्थित गरदड़ा नामक स्थान पर पहली बर्ड राईडिंग राॅक मिली है। यह देश की प्रथम महत्व की पेन्टिंग है।
मौर्य शासक धवल का लेख कहाँ से प्राप्त हुआ है?
मौर्य शासक धवल का 738 ई. का लेख कणसव से प्राप्त हुआ है। राजस्थान में जिन मौर्यों की जानकारी मिलती है। उनका भारतीय मौर्य वंश से सीधा संबंध नही है।
घटियाला के शिलालेख किस वंश की जानकारी के स्त्रोंत हैं?
घटियाला के शिलालेख मे प्रतिहार वंश की जानकारी के स्त्रोंत प्राप्त हुए हैै।
असुमेलित का चयन कीजिए-
झालरापाटन को प्राचीन काल में बृजनगर के नाम से जाना जाता था।
गोडवाड किस क्षेत्र को कहाँ जाता है?
गोडवाड क्षेत्र में जालौर व पाली के कुछ क्षेत्र आते है। बिकानेर के शासक जांगलदेश की आधार पर ‘जांगलधर बादशाह’ उपाधि धारण करते थे।
‘वृन्दावती’ किस क्षेत्र का प्राचीन नाम है-
बूँदी को प्राचीन नाम वृन्दावती नाम से जाना जाता है।
वह प्रशस्ति, जिसमें बप्पा के हरित ऋषि की कृपा से राज्य प्राप्ति का उल्लेख है?
वैद्यनाथ मंदिर प्रशस्ति में बप्पा के हरित ऋषि की कृपा से राज्य प्राप्ति का उल्लेख मिलता है। वैद्यनाथ मंदिर का निर्माण मेवाड़ के शासक संग्रामसिंह -।। के समय हुआ था।
मिनहाज सिराज ने ‘भारत का महान राजा’ किसे कहा है?
मिनहाज सिराज ने बागभट्ट को भारत का एक महान राजा बताया है। बागभट्ट रणथम्भौर के चौहान वंश का शासक था।
‘सारण का लेख’ कि शासक से संबन्धित है?
1581 ई. के सारण के लेख में सती प्रथा की जानकारी मिलती है तथा यह चन्द्रसेन से संबन्धित है।
Reference : https://www.indiaolddays.com