न्याय दर्शन
- जुलाई- 2020 -7 जुलाईइतिहास
विशिष्टाद्वैतवाद का प्रवर्त्तक कौन था
सामानुज ज्ञान को द्रव्य मानते हैं।उनके अनुसार इसकी प्राप्ति के तीन सधान हैं - प्रत्यक्ष, अनुमान तथा शब्द। अन्य कारणों…
Read More » - फरवरी- 2018 -6 फ़रवरीप्राचीन भारत
भारतीय हिन्दू दर्शन : षड्दर्शन
आस्तिक दर्शन (षड्दर्शन) भारतीय दर्शन परंपरा में उन दर्शनों को कहा जाता है, जो वेदों को प्रमाण मानते थे।भारत में…
Read More »