प्राचीन भारत
- जून- 2020 -11 जून
महाभारत के रचयिता कौन थे
रामायण के अलावा एक अन्य महाकाव्य, जिसकी प्राचीनता रामायण के ही समकालीन है, महाभारत की है। संप्रति इस ग्रंथ में…
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लौकिक साहित्य रामायण के बारे में जानकारी
लौकिक साहित्य के अंतर्गत सर्वप्रथम उल्लेख महर्षि वाल्मीकि कृत रामायण का किया जा सकता है, जो हिन्दू जाति का सर्वाधिक…
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जैन साहित्य के बारे में जानकारी
जैन साहित्य को आगम (सिद्धांत)कहा जाता है। इसके अंतर्गत 12 अंग, 12 उपांग, 10 प्रकीर्ण, 6 छेदसूत्र, 4 मूलसूत्र, अनुयोग…
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संस्कृत भाषा में रचित बौद्धग्रंथ
पाली भाषा के आलवा संस्कृत भाषा में लिखे गये अनेक बौद्ध ग्रंथ प्राप्त होते हैं। संस्कृत बौद्ध लेखकों में सर्वाधिक…
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बौद्ध साहित्य – त्रिपिटक के बारे में जानकारी
बौद्धों का साहित्य तीन पिटारियों अथवा पिटकों में प्राप्त होने के कारण त्रिपिटक कहा जाता है। यह पालि भाषा में…
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स्मृति ग्रंथ (धर्मशास्त्र)
धर्मसूत्र साहित्य से कालांतर में स्मृति साहित्य का विकास हुआ। स्मृतियों का निर्माण हिन्दू-धर्म के चरम विकास को सूचित करता…
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पुराण का अर्थ क्या है
पुराण का शाब्दिक अर्थ प्राचीन आख्यान होता है। प्रारंभ में इस शब्द का प्रयोग इसी अर्थ में मलिता है। अथर्ववेद…
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वेदांग के बारे में जानकारी
वैदिक साहित्य अत्यन्त विशाल तथा कठिन था और इसे समझ सकना सामान्य बुद्धि के परे था। अतः आगे चलकर वेद…
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उपनिषद किसे कहते हैं
वैदिक साहित्य के अंतिम भाग उपनिषद हैं, जिन्हें वेदांत भी कहा जाता है। उपनिषद् मुख्यतः ज्ञानमार्गी रचनायें हैं, जिनमें हम…
Read More » - 7 जून
आरण्यक ग्रंथ किसे कहते हैं
ब्राह्मण ग्रंथों के बाद आरण्यकों की रचना की गयी, जो ब्राह्मणों के अंतिम भाग हैं। इनकी रचना अरण्यों अर्थात् वनों…
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