प्राचीन भारत
- मार्च- 2020 -23 मार्च
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल रूपनाथ
मध्य प्रदेश के जबलपुर की कैमूर पर्वत श्रंखला की तलहटी में स्थित यह एक रमणीक स्थल है। यहाँ शिव का…
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प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल मालवा
मध्य प्रदेश के आधुनिक उज्जैन, विदिशा तथा सागर जिलों की भूमि पर प्राचीनकाल का मालवा प्रदेश स्थित था। इसके दो…
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प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल माहिष्मती
मध्य प्रदेश के इन्दौर जिले में स्थित महेश्वर नामक स्थान से इस नगर की पहचान की जाती है। महाभारत में…
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प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल महाबलीपुरम्(मामल्लपुरम्)
तमिलनाडु में मद्रास से 40 मील की दूरी पर समुन्द्रतट पर यह नगर स्थित है। सुदूर दक्षिण में शासन करने…
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प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल मान्यखेत
कर्नाटक राज्य के गुलबर्गा जिले में सीमा नदी के दक्षिण तट पर स्थित यह स्थान राष्ट्रकूट वंश(8वीं -10वीं शती) की…
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प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल माध्यमिका
राजस्थान के चित्तौड़ से उत्तर की ओर आठ मील पर स्थित ‘नागरी’ नामक स्थान को प्राचीन साहित्य में ‘माध्यमिका’ कहा…
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प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल मदुरा
तमिलनाडु प्राप्त का वर्तमान मदुरै ही प्राचीनकाल का मदुरानगर था। यहाँ पाण्ड्य राज्य की प्रसिद्ध राजधानी थी। संस्कृत साहित्य में…
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कीर्त्तिवर्मन् प्रथम बादामी के चालुक्य वंश का शासक था
बादामी के चालुक्य वंश के संस्थापक पुलकेशिन प्रथम के दो पुत्र थे - कीर्त्तिवर्मन् प्रथम तथा मंगलेश। पुलकेशिन प्रथम की…
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पुलकेशिन प्रथम कौन था
बादामी के चालुक्य वंश का संस्थापक पुलकेशन प्रथम नामक व्यक्ति था। महाकूट अभिलेख में उसके पूर्व दो शासकों - जयसिंह…
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बादामी के चालुक्य वंश की उत्पत्ति
चालुक्य वंश की उत्पत्ति के विषय में काफी मतभेद मिलते हैं। विंसेन्ट स्मिथ चालुक्यों की उत्पत्ति मध्य एशिया की चप…
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