इतिहास
- सितम्बर- 2019 -4 सितम्बर
गुप्तों का सामाजिक जीवन
सती प्रथा का उल्लेख केवल 510 ईस्वी के भानुगुप्त के एरण अभिलेख में मिलता है, जिसके अनुसार उसके मित्र गोपराज…
Read More » - 4 सितम्बर
गुप्त काल में न्याय प्रशासन
फाहियान के विवरण से पता चलता है,कि दंडविधान अत्यंत कोमल था। मृत्युदंड नहीं दिया जाता था, और न ही शारीरिक…
Read More » - 3 सितम्बर
प्रवरसेन प्रथम का इतिहास
प्रवरसेन के बाद वाकाटक साम्राज्य स्पष्ट रूप से दो शाखाओं में विभक्त हो गया -
Read More » - 3 सितम्बर
वाकाटक शासक विन्ध्यशक्ति का इतिहास
अल्तेकर का अनुमान है,कि विन्ध्यशक्ति उसका मौलिक नाम न होकर विरुद था और विन्ध्यक्षेत्र में अपना राज्य स्थापित कर लेने…
Read More » - 3 सितम्बर
वाकाटक राजवंश का इतिहास
वाकाटक इतिहास के अध्ययन के लिये हम साहित्य तथा अभिलेखों दोनों का उपयोग करते हैं। साहित्य के अंतर्गत पुराणों का…
Read More » - 3 सितम्बर
वाकाटक-गुप्त संबंध कैसे थे
वाकाटकों तथा गुप्तों के प्रारंभिक संबंधों के विषय में विद्वानों में मतभेद है। इतिहासकार एस.के.आयंगर तथा के.पी.जायसवाल की धारणा है,कि…
Read More » - 3 सितम्बर
गुप्त काल में स्तूप तथा गुहा-स्थापत्य कला
उदयगिरि की गुफाओं को मिथ्या गुहा की संज्ञा भी दी गयी है। इन गुहाओं में चौकोर तथा सादे गर्भगृह बने…
Read More » - 2 सितम्बर
गुप्तों की ग्राम शासन व्यवस्था कैसी थी
ग्राम शासन की सबसे छोटी इकाई होती थी। जिसका प्रशासन ग्रामसभा द्वारा चलाया जाता था। ग्रामसभा को मध्य भारत में…
Read More » - 2 सितम्बर
गुप्तों का प्रांतीय शासन कैसा था
भुक्ति के शासक को उपरिक कहा जाता था, जिसकी नियुक्ति सम्राट द्वारा की जाती थी, तथा वह सम्राट के प्रति…
Read More » - 1 सितम्बर
गुप्त काल की शासन व्यवस्था कैसी थी
राजा का बङा पुत्र उत्तराधिकारी चुना जाता था। सम्राट के छोटे पुत्रों को प्रांतीय शासकों के रूप में नियुक्त करने…
Read More »