भागवत एवं शैव धर्म से संबंधित महत्त्वपूर्ण प्रश्न एवं उत्तर भाग-2
कुमार संभवम् में किसके जन्म की कथा वर्णित है -
वृष्णि वंश के पंचवीरों में साम्ब किसके पुत्र थे -
प्राचीन भारतीय धर्म ग्रन्थों किसके साथ कृष्ण के विरोध का उल्लेख मिलता है -
निम्नलिखित में से किस राजक्तियों के अभिलेखों में स्कन्द की पूजा का उल्लेख मिलता है -
सात्वत विधि शब्द का तात्पर्य हैं-
राजस्थान का पुष्कर सरोवर मन्दिर समर्पित है -
एक दक्षिण भारतीय देवता 'मरुगन' का सम्बन्ध स्थापित किया जाता है -
स्कन्द गुप्त को तमिल प्रदेश में मरुगन के रूप में जाना जाता है | यह एक पर्वत देवता है जिसकी पूजा दक्षिण में 'बच्चनलियन' नृत्यों में होती है |
निम्नांकित किस शासक की मुद्रा पर हरिहर की प्रतिमा का पूर्ण रूप मिलता है -
हुविष्क की एक स्वर्ण मुद्रा पर एक देवता अपने एक हाथ में चक्र दुसरे हाथ में ऊध्र्व लिंग के लिये चित्रित किया गया है, जिसमे अनुमान किया गया है कि वह समन्वित देवता हरिहर की प्रतिमा का पूर्वरूप है |
निम्नांकित में से किस शासक / शासकों के विष्णु के वाहन गरुड़ की प्रतिमा अंकित है -
चन्द्रगुप्त द्वितीय और समुद्रगुप्त के सिक्कों पर विष्णु के वाहन गरुड़ की प्रतिमा अंकित है | गरुड़ मुद्रा का उदारहण गाजीपुर जिले के भितरी नामक स्थान पर प्राप्त हुई है |
निम्नलिखित में से कौनसा अभिलेख विष्णु की स्तुति से प्रारम्भ होता है -
अपने वाहन वृषभ के साथ शिव के मूर्त रूप में अंकन सर्वप्रथम किसके सिक्कों पर मिलता है -
नंदी के साथ शिव की मूर्त रूप में अंकित सर्वप्रथम विभा कड फिसस सिक्कों पर मिलता है |
निम्नलिखित में से शैव सन्त कौन थे -
निम्नलिखित में से कौन वीर शैव धर्म के व्याख्याता थे -
लकु लीश किस मत के प्रवर्तक माने जाते थे -
किसके सिक्कों पर संकर्षण एवं वासुदेव दोनों अंकित है -
धार्मिक दृष्टि से मथुरा में कंकाली टीला से प्राप्त मूर्तियां है -
मातृदेवी उमा का नाम किसके सिक्कों पर मिलता है -
महाकवि कालिदास उपासक थे -
विशिष्टाद्वैतवाद के संस्थापक रामानुजाचार्य किस संप्रदाय से संबंधित थे
निम्नलिखित में से कौन आलवार संत ने श्रीरंगम् के मठ की मरम्मत के लिये, नेगपट्टनम के बौद्ध बिहार से एक स्वर्ण मूर्ति चुराई थी
तिरुमंगई अत्यंत प्रसिद्ध संत था। अपनी भक्ति गीतों के माध्यम से जैन तथा बौद्ध धर्म पर आक्रमण करते हुए वैष्णव धर्म का प्रचार किया। कहा जाता है, श्रीरंगम् के मठ की मरम्मत के लिये उसने नेगपट्टम के बौद्ध बिहार से एक स्वर्ण मूर्ति चुराई थी।
Reference ; https://www.indiaolddays.com