राज्यवर्धन
- अप्रैल- 2021 -17 अप्रैलइतिहास
वर्धन वंश का राजनीतिक इतिहास की स्लाइड
गुप्त साम्राज्य के पतन के बाद उत्तर भारत के राजवंशों में थानेश्वर का पुष्यभूति राजवंश सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण एवं शक्तिशाली था।…
Read More » - 15 अप्रैलइतिहास
हर्षवर्धन द्वारा किए गए युद्ध और विजय की स्लाइड
हर्ष को कुन्तल नामक अश्वारोही से अपने बङे भाई राज्यवर्धन की गौङाधिपति शशांक द्वारा हत्या का समाचार प्राप्त हुआ। इधर…
Read More » - 15 अप्रैल
- 12 अप्रैलइतिहास
हर्ष की प्रशासन व्यवस्था और मधुबन ताम्रपत्र अभिलेख की स्लाइड
यह अभिलेख उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद की घोषी तहसील के मधुबन नामक स्थान से प्राप्त हुआ है। यह अभिलेख…
Read More » - 10 अप्रैलइतिहास
नालंदा मृण्मुद्रा अभिलेख,सोनपत ताम्रमुद्रा अभिलेख एवं बांसखेङा ताम्रपत्र लेख की स्लाइड
यह अभिलेख हर्षवर्धन से संबंधित है। मिट्टी की मुहर पर उत्कीर्ण यह लेख बिहार के नालंदा से मिला है। इसकी…
Read More » - अगस्त- 2020 -10 अगस्तइतिहास
पुष्यभूति वंश महत्त्वपूर्ण तथ्य
दिल्ली और पंजाब के भू-भाग पर स्थित श्रीकंठ नामक प्राचीन जनपद का एक भाग थानेश्वर था, जहाँ पुष्यभूति नामक व्यक्ति…
Read More » - मार्च- 2020 -13 मार्चइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल बंसखेड़ा
उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर जिले मे यह स्थान स्थित है। 1894 ई. मे यहाँ से हर्ष संवत् 22=628 ई. का…
Read More » - अक्टूबर- 2019 -30 अक्टूबरइतिहास
वर्धन वंश का राजनैतिक इतिहास
गुप्त साम्राज्य का पतन 550 ईस्वी में हुआ था। उसी समय से वर्धन वंश का उदय हो जाता है।
Read More » - 29 अक्टूबरइतिहास
नालंदा मृण्मुद्रा अभिलेख किस शासक से संबंधित है
यह अभिलेख हर्षवर्धन से संबंधित है। मिट्टी की मुहर पर उत्कीर्ण यह लेख बिहार के नालंदा से मिला है। इसकी…
Read More » - 29 अक्टूबरइतिहास
सोनपत ताम्रमुद्रा अभिलेख
इसमें भी वर्धन वंश के वंशावली नरवर्धन से प्रारंभ होकर हर्षवर्धन पर समाप्त हो जाती है।
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