हींग के फायदे – बच्चों की बीमारियों में/Benefits of asafoetida – in children’s diseases
हींग के फायदे – बच्चों के लिये

चुन्ने
हींग को पानी में घिसकर रूई को उसमें भिगोकर मलद्वार पर रखने से कीङे मर जाते हैं।
हींग जरा सी पपीते के रस में घोलकर शहद मिलाकर चटाएँ।
हींग 1 रत्ती को तुलसी के 1 चम्मच रस में मिलाकर चटाएँ।
कृमि
बाजरे के बराबर हींग को पानी या दूध में मिलाकर बच्चों को पिलाने से बच्चों के पेट के कीङे मर जाते हैं।
श्वास
सर्दी में बच्चों की छाती में खरखराहट और साँस की तकलीफ होने पर थोङी-सी हींग को पानी में घोलकर पिलाने से बच्चे की साँस की तकलीफ दूर हो जाती है तथा रुका हुआ कफ पतला होकर निकल जाता है।
बच्चों की साँस में दुर्गंध होने पर हींग को पानी में मिलाकर पिलाने से दुर्गंध दूर हो जाती है।
हींग और लहसुन को एक साथ कपङे में बाँधकर बच्चे के गले पर रखने से बेहोशी के दौरों में लाभ होता है।
अफारा
भुनी हुई हींग, अजवाइन, काला नमक का 2 रत्ती चूर्ण गरम पानी से दें।
हींग को गरम पानी में घिसकर पेट पर मलें।
खाँसी
हींग आधी रत्ती को गरम पानी से दें, खाँसी में आराम आ जाएगा।
बहेङे के छिलकों को बकरी के दूध में भिगोएँ, फिर थोङे से घी में भूनकर 5 ग्राम भुनी हुई हींग मिलाकर पीस लें। आधा चम्मच चूर्ण शहद में मिलाकर काली खाँसी में दिन में 2-3 बार चटाएँ।
शक्तिवर्धक
हींग भुनी हुई, सोंठ, पीपल, काली मिर्च समान मात्रा में सब पीसकर नित्य चौथाई चम्मच गर्म पानी में फँकी लें। शरीर में शक्ति बढती है।
अशक्त व नामर्द व्यक्तियों को हींग को घी में भूनकर शहद में मिलाकर प्रातःकाल लेने से लाभ होता है। हींग को बरगद के पेङ के गोंद में मिलाकर खाने से भी लाभ होता है।
हींग चुटकी भर गाय के दूध में मिलाकर कुछ दिनों तक पीएँ।
हींग 3 ग्राम देशी घी में भुनी हुई, असगंध, नागौरी, सौंफ (प्रत्येक 30 ग्राम) इन सबको पीस लें। 6-6 ग्राम चूर्ण सुबह शाम लें। स्मरण शक्ति बढेगी, स्नायु दुर्बलता दूर होगी।
हींग राई के बराबर लेकर पानी में मिलाकर 2-2 बूँद नाक में टपकाएँ। तेज गर्म पानी में हींग व सेंधा नमक मिलाकर पिलाएँ। दिमाग की कमजोरी दूर होगी।
हींग 3 ग्राम को थोङे से पानी में मिलाकर रात को लिंग पर 2-3 सप्ताह लेप करने से नसों में फिर से जान आ जाएगी व नामर्दी दूर हो जाएगी।
सामान्य प्रयोग
कुटी हुई मिर्च को कीङों से बचाने के लिये उसमें हींग के 3-4 टुकङे डालकर रखें।
बर्तन में पहले हींग का धुआँ दें फिर उसमें अचार भर दें। इससे अचार खराब नहीं होता।
सूखी नीम की पत्तियों पर हींग का पानी छिङक कर अंगारों पर डाल दें, मच्छर भाग डाएँगे।
पकौङे बनाते समय घोल में चुटकी भर हींग व थोङी सी सौंफ डाल दी जाए तो पकौङे अधिक स्वादिष्ट बनेंग।