सोनार किला कहाँ स्थित है?

सोनार किला – यह किला जैसलमेर (राजस्थान) में स्थित है। जो जैसलमेर की त्रिभुजाकार पहाङी पर स्थित है। इसकी सुरक्षा के लिए इसके चारों ओर परकोटे पर तीस-तीस फीट ऊँची 99 बुर्जियां निर्मित हैं। 1500 फीट लंबे तथा सात सौ फीट चौङे क्षेत्रफल में फैला यह दुर्ग जमीन से 250 फीट ऊँचा है। चूँकि यह किला तथा इसमें स्थित सैकङों आवासीय भवन पीले पत्थरों से बने हुए हैं जो सूर्य की रोशनी में स्वर्णिम आभा बिखेरते हैं, इसलिए यह सोनार किला नाम से पुकारा जाता है।
इस दुर्ग में अनेक वैष्णव मंदिरों के अलावा स्थापत्य एवं शिल्प कला के सजीव केन्द्र के रूप में जैन मंदिर बने हुए हैं। पत्थरों पर कलात्मक खुदाई करके बनाई गयी देव प्रतिमाएँ इन जैन मंदिरों का सौन्दर्य है। लक्ष्मीनाथ जी का मंदिर अपने सोने तथा चांदी के कपाटों के कारण विशेष महत्त्वपूर्ण है।
दुर्ग स्थित जैन मंदिरों के तहखानों में जिनभद्र सूरी ज्ञान भंडार बना हुआ है। जिसमें बहुत से प्राचीन ग्रंथों का भंडार है तथा जो संस्कृत, मगधी, पाली, गुजराती, मालवी, डिंगल एवं अन्य कई भाषाओं में अनेकों विषयों पर लिखे गये हैं। जिन भद्रसूरी ज्ञान भंडार प्राचीन ताङ पत्रों एवं कागजी पुस्तकों तथा ग्रंथों के संग्रह के लिये प्रसिद्ध है। यहाँ पर हस्तलिखित सरस्वती स्त्रोत पांच फीट ऊँचे कांच में गढा कर रखा हुआ है।