वकील-ए-मुतलक की उपाधि किसे दी गयी थी?

वकील-ए-मुतलक की उपाधि महादजी सिंधिया को दी गयी थी।
वकील-ए-मुतलक मुगलकालीन शासन व्यवस्था में एक उच्च पद था। बादशाह के बाद शासन के कार्यों को संचालित करने वाला यह सबसे महत्त्वपूर्ण अधिकारी था।
महादजी सिंधिया ने मुगल सम्राट शाह आलम को अंग्रेजों के चक्रव्यूह से निकालकर दिल्ली का स्वतंत्र सम्राट बनवाया था। इसके बाद सम्राट शाह आलम के खास सिपहसालार की मौत हो गई तो उन्होंने महादजी को साम्राज्य का वकील-ए-मुतलक (प्रधानमंत्री ) बना दिया। मुगल सम्राट खुद महादजी को इसके लिए राजी करने और उनका स्वागत करने दिल्ली से चल कर आगरा जा पहुंचे थे।
ग्वालियर को राजधानी बना कर यहां रहने वाले महादजी पहले सिंधिया शासक थे। 04 नवंबर 1783 को मुगल बादशाह ने महादजी को देश का वकील-ए-मुतलक बना दिया था।
Suman Changed status to publish जनवरी 24, 2023