बंगाल में द्वैध शासन की स्थापना किसने की थी?(Who established diarchy in Bengal?)

बंगाल में द्वैध शासन की स्थापना किसने की थी? (bangaal mein dvaidh shaasan kee sthaapana kisane)
Suman Changed status to publish मार्च 23, 2023
बंगाल में द्वैध शासन की स्थापना लार्ड क्लाइव ने की थी। क्लाइव कौन था द्वैध शासन को समझने से पहले दीवानी और निजाम को समझना आवश्यक है।मुगल काल में प्रांतीय प्रशासन में दो प्रकार के अधिकारी होते थे जिनमें सूबेदार जिसे निजाम भी कहा जाता था, का कार्य सैनिक प्रतिरक्षा, पुलिस और न्याय प्रशासन से जुङा था। दूसरा अधिकारी पद प्रांतीय स्तर पर श्रेष्ठ दीवान का था, जो राजस्व एवं वित्त व्यवस्था की देख-रेख करता था। ये दोनों अधिकारी एक दूसरे पर नजर रखते थे तथा मुगल बादशाह के प्रति उत्तरदायी होते थे। इलाहाबाद की संधि के बाद अंग्रेजों को 26 लाख रुपये वार्षिक देने के बदले दीवानी का अधिकार तथा 53 लाख रु. बंगाल के नवाब को देने पर निजामत का अधिकार प्राप्त हुआ। दीवानी और निजामत दोनों अधिकार प्राप्त कर लेने के बाद ही कंपनी ने बंगाल में द्वैध शासन की शुरुआत की। द्वैध शासन का जनक लियो कार्टिस को माना जाता है। द्वैध शासन की शुरुआत बंगाल में 1765ई. में हुई थी।इसके अंतर्गत कंपनी ने दीवानी और निजामत के कार्यों का निष्पादन भारतीयों के माध्यम से किया था, लेकिन वास्तविक शक्ति कंपनी के हाथों में होती थी…अधिक जानकारी बंगाल में द्वैध शासन की स्थापना की परिस्थितियों का विश्लेषण कीजिये। इस व्यवस्था के गुण व दोष क्या थे?
Suman Changed status to publish मार्च 23, 2023