‘भारतीय ब्रह्म समाज’ की स्थापना की थी ?

‘भारतीय ब्रह्म समाज‘ की केशव चंद्र सेन ने स्थापना की थी
केशवचंद्र सेन 1856 में ब्रह्म समाज के सदस्य बने। उन्होंने अपने भाषणों तथा लेखों द्वारा अनेक नवयुवकों को ब्रह्म समाज के प्रति आकर्षित किया। समाज के विचारों को प्रचारित करने के लिए उन्होंने संत सभा की स्थापना की। केशवचंद्र सेन पाश्चात्य विचारों से अधिक प्रभावित थे तथा ईसाई धर्म का उन पर गहरा प्रभाव रहा।वे ब्रह्म समाज को ईसाई धर्म के सिद्धांतों के अनुसार चलाना चाहते थे। फलस्वरूप देवेन्द्रनाथ टैगोर से उनका मतभेद हो गया और उन्होंने 1866 में भारतीय ब्रह्म समाज की स्थापना की। देवेन्द्र नाथ के प्रभावशाली व्यक्तित्व से मुक्त होने के बाद केशवचंद्र सेन के नेतृत्व में ब्रह्म समाज ईसाई धर्म की ओर झुकने लगा। फलस्वरूप ईसा मसीह ब्रह्म समाजियों के पूज्य पथ-प्रदर्शक बन गये।…अधिक जानकारी
Pawan Sharma Changed status to publish सितम्बर 21, 2023