प्राचीन भारत
- अप्रैल- 2020 -11 अप्रैल
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल शाकल
पाकिस्तान का स्यालकोट नामक स्थान प्राचीन समय में शाकल नाम से विख्यात था। महाभारत के अनुसार यहाँ मद्र देश की…
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प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल वैशाली
बिहार प्रान्त के मुजफ्फरपुर जिले से 20 मील दक्षिण-पश्चिमी की ओर स्थित बसाढ़ नामक स्थान ही प्राचीन काल का वैशाली…
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वेंगी के चालुक्य शासक विष्णुवर्धन चतुर्थ का इतिहास
वेंगी के चालुक्य शासक विजयादित्य प्रथम के बाद उसका पुत्र विष्णुवर्धन चतुर्थ (764-799ई.) राजा बना। इस समय राष्ट्रकूट वंश में…
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वेंगी के पूर्वी चालुक्य शासक जयसिंह प्रथम
वेंगी के चालुक्य शासक विष्णुवर्धन का पुत्र जयसिंह प्रथम (633-663ई.) उसके बाद शासक हुआ। उसने पृथ्वीबल्लभ, पृथ्वीजयसिंह तथा सर्वसिद्धि जैसी…
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वेंगी के चालुक्य शासक कुब्ज विष्णुवर्धन का इतिहास
कुब्ज विष्णुवर्धन योग्य तथा शक्तिशाली राजा था। बहुत समय तक वह अपने भाई (वातापी के चालुक्य शासक पुलकेशिन द्वितीय)के प्रति…
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कल्याणी के चालुक्यों का राजनैतिक इतिहास
कल्याणी के चालुक्य वंश का उदय राष्ट्रकूटों के पतन के बाद हुआ। इस वंश का इतिहास हम साहित्य तथा लेखों…
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सोमेश्वर चतुर्थ तथा चालुक्य सत्ता का विनाश
कल्याणी के चालुक्य वंश का अंतिम शासक तैल तृतीय का पुत्र सोमेश्वर चतुर्थ (1181-1189ई.) हुआ। वह कुछ शक्तिशाली था और…
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तैल तृतीय (1151-56ई.) का इतिहास
कल्याणी के चालुक्य शासक जगदेकमल्ल द्वितीय के बाद उसका छोटा भाई तैल तृतीय राजा बना। वह अत्यंत ही निर्बल शासक…
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जगदेकमल्ल द्वितीय चालुक्य वंश का शासक था
कल्याणी के चालुक्य शासक सोमेश्वर तृतीय के दो पुत्र थे - जगदेकमल्ल द्वितीय तथा तैल तृतीय। सर्वप्रथम जगदेकमल्ल द्वितीय शासक…
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कल्याणी का चालुक्य शासक सोमेश्वर तृतीय
विक्रमादित्य षष्ठ के बाद कल्याणी के चालुक्य वंश की अवनति प्रारंभ हुई। उसकी मृत्यु के बाद उसका पुत्र सोमेश्वर तृतीय…
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