प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल शाकल
पाकिस्तान का स्यालकोट नामक स्थान प्राचीन समय में शाकल नाम से विख्यात था। महाभारत के अनुसार यहाँ मद्र देश की राजधानी थी। यहाँ का राजा शल्य था। बौद्ध ग्रन्थ इसे ‘सागल’ तथा यूनानी ‘मंगल’ कहते है। यूनानी लेखकों के अनुसार सिकन्दर के समय यहाँ कठ गणजाति का शासन था। इस जाति के लोग पंजाब की सबसे वीर जातियों में थे। नगर के चतुर्दिक ऊँची दीवार तथा गहरी खाई बनी हुई थी। प्रसिद्ध यवन शासक मेनाण्डर ने यहीं अपनी राजधानी बसाई थी।
मिलिन्दपन्हों में इसे ‘योनकानं’ नगर कहा गया है। इस ग्रन्थ में नगर के वैभव का वर्णन मिलता है। यहाँ आराम, उद्यान तथा तड़ाग बने हुए थे। चारों ओर प्राकार तथा परिखा थी। नगर में सुन्दर सड़के, नालियों, चौराहे तथा ऊँचे-2 राजप्रसाद थे। नागरिक सुखी तथा समृद्ध थे। 7वीं शती के यात्री हुएनसागं ने भी इस नगर का उल्लेख किया है। उसके अनुसार यह हूण नरेश मिहिरकुल की राजधानी थी।
हुएनसागं ने इसे वीरान पाया। यहाँ एक विहार था जिसमें एक सौ हीनयायी भिक्षु रहते थे। नगर में स्थित दो स्तूपों को भी उसने देखा था।
References : 1. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति, लेखक- के.सी.श्रीवास्तव
India Old Days : Search