प्राचीन भारत
- जून- 2020 -6 जून
वेदों के ब्राह्मण ग्रंथों की जानकारी
संहिता के बाद वैदिक साहित्य में ब्राह्मण ग्रंथों का स्थान आता है। इनकी रचना यज्ञ के विधान तथा उसकी क्रिया…
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विक्रमशिला विश्वविद्यालय का इतिहास
बिहार प्रांत के भागपलुर जिले में स्थित विक्रमशिला नालंदा के ही समान एक अन्तरराष्ट्रीय ख्याति का शिक्षा केन्द्र रहा है।…
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बलभी विश्वविद्यालय का इतिहास
गुजरात के काठियावाङ क्षेत्र में आधुनिक वल नामक स्थान पर स्थित वलभी पश्चिम भारत में शिक्षा तथा संस्कृति का प्रसिद्ध…
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नालंदा विश्वविद्यालय प्राचीनतम विश्वविद्यालय
प्राचीन भारत के शिक्षा केन्द्रों में नालंदा विश्वविद्यालय का नाम सर्वाधिक उल्लेखनीय है। बिहार प्रांत की राजधानी पटना के दक्षिण…
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प्राचीन काल में शिक्षा पद्धति के दोष
प्राचीन शिक्षा पद्धति की यदि हम आलोचनात्मक समीक्षा करें, तो उसमें गुणों के साथ-साथ कुछ दोष भी दिखाई देते हैं।
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प्राचीन काल में परीक्षा तथा उपाधियाँ
प्राचीन शिक्षा पद्धति में आधुनिक युग की भाँति परीक्षा लेने तथा उपाधि प्रदान करने की प्रथा का अभाव था। विद्यार्थी…
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प्राचीन काल में गुरु-शिष्य संबंध कैसे थे
प्राचीन भारतीय समाज में गुरु को अत्यन्त आदरपूर्ण स्थान दिया गया था। उसे देवता माना जाता था। गुरु-शिष्य संबंध अत्यन्त…
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प्राचीन काल में शिक्षण शुल्क
प्राचीन भारतीय शिक्षा में शुल्क प्रदान करने का कोई निश्चित नियम नहीं था। प्रायः शिक्षा निःशुल्क होती थी। शिक्षा प्रदान…
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पल्लव राजवंश के इतिहास के साधन
पल्लव काल में संस्कृत तथा तमिल भाषा में अनेक ग्रंथों की रचना की गयी। संस्कृत ग्रंथों में अवन्तिसुन्दरीकथा तथा मत्तविलासप्रहसन…
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प्राचीन काल में गुरुकुल पद्धति
प्राचीन भारतीय शिक्षा पद्धति का एक प्रमुख तत्व गुरुकुल व्यवस्था है। इसमें विद्यार्थी अपने घर से दूर गुरु के घर…
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