आमिल किसे कहा जाता था?

साधारणतया ग्रामों में भूमि-कर वसूल करने वाला अधिकारी आमिल कहलाता था। आमिल को अमलगुजार भी कहा जाता था। इस शब्द का प्रयोग भारत के इतिहास में सल्तनत काल के दौरान अधिक होता था। मुगल काल की शासन व्यवस्था में आमिल एक उच्च अधिकारी के रूप में शासन कार्य में योगदान देता था।
मुगल काल में जिले के प्रमुख राजस्व अधिकारी के रूप में कार्य करने वाला आमिल ‘खालसा भूमि’ से लगान एकत्र करता था। इसको आय-व्यय की वार्षिक रिपोर्ट शाही दरबार में भेजनी पड़ती थी। कोतवाल की अनुपस्थिति पर इसे न्यायिक कर्तव्यों का भी निर्वाह करना पड़ता था। ‘वितिकची’ आमिल के सहयोगी के रूप में कार्य करता था, जिसका प्रमुख कार्य था, कृषि से जुड़े हुए कागजात एवं आंकड़े एकत्र करना।
Suman Changed status to publish अगस्त 24, 2021