ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना कब हुई?

ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना 1600 ई. में की गयी थी।
उन यूरोपीय व्यापारिक कंपनियों में जिन्होंने भारत में आकर अपनी व्यापारिक गतिविधियाँ आरंभ की उनमें अंग्रेज सर्वाधिक सफल रहे। अंग्रेजों की सफलता का कारण था इनका भारत सहित समूचे एशियाई व्यापार के स्वरूप को समझना तथा व्यापार विस्तार में राजनैतिक सैनिक शक्ति का सहारा लेना।
1599 ई. में जॉन मिल्डेनहाल नामक ब्रिटिश यात्री थल मार्ग से भारत आया।
1599 ई. में इंग्लैण्ड में एक मर्चेण्ट एडवेंचर्स नामक दल ने अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी अथवा दि गवर्नर एण्ड कंपनी ऑफ मर्चेंट्स ऑफ ट्रेडिंग इन टू द ईस्ट इंडिया की स्थापना की।
दिसंबर, 1600 ई. में ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ टेलर प्रथम ने ईस्ट इंडिया कंपनी को पूर्व के साथ व्यापार के लिए पन्द्रह वर्षों के लिए अधिकार पत्र प्रदान किया।
कंपनी का प्रारंभिक उद्देश्य था भू-भाग नहीं बल्कि व्यापार।
15 वर्ष बीतने ते बाद सम्राट जेम्स प्रथम ने कंपनी के व्यापारिक अधिकार को अनिश्चितकाल के लिए बढा दिया।अंग्रेज ईस्ट इंडिया कंपनी की प्रथम समुद्री यात्रा 1601 ई. में जावा,सुमात्रा तथा मोलक्को के लिए हुई।1604ई. में कंपनी भारत की ओर बढी।1608ई. में इंग्लैण्ड के राजा जेम्स प्रथम के दूत के रूप में कैप्टन हॉकिन्स सूरत पहुँचा, जहाँ से वह मुगल सम्राट जहाँगीर से मिलने आगरा गया।
हॉकिन्स फारसी भाषा का बहुत अच्छा ज्ञाता था,जहाँगीर उससे बहुत अधिका प्रभावित था…अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें