खेड़ा सत्याग्रह क्या है

3.49K viewsइतिहासआधुनिक भारत
0

खेड़ा सत्याग्रह क्या है?

Subhash Saini Changed status to publish नवम्बर 2, 2020
0

सन् 1918 ई. में गुजरात जिले की पूरे साल की फसल मारी गई। किसानों की दृष्टि में फसल चौथाई भी नहीं हुई थी। स्थिति को देखते हुए लगान की माफी होनी चाहिए थी, पर सरकारी अधिकारी किसानों की इस बात को सुनने को तैयार न थे। किसानों की जब सारी प्रार्थनाएँ निष्फल हो गई तब महात्मा गांधी ने उन्हें सत्याग्रह करने की सलाह दी और लोगों से स्वयंसेवक और कार्यकर्ता बनने की अपील की।
किसानों ने अंग्रेजों किए सरकार को लगान देना बंद कर दिया। जो किसान लगान देने लायक थे उन्होंने भी लगान देना बंद कर दिया। सरकार ने सख्ती से पेश आने और कुर्की की धमकियाँ दी पर उससे भी किसान नहीं डरे। इस आन्दोलन में बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया। अनेक किसानों को जेल में डाल दिया गया। जून, 1918 ई. तक खेड़ा का यह किसान आन्दोलन एक व्यापक रूप ले चुका था. किसान के इस गुस्से और निडर भाव को देखते हुए सरकार को उनके सामने झुकना पड़ा और अंततः सरकार ने किसानों को लगान में छूट देने का वादा किया। पते की बात ये है कि इसी आन्दोलन के दौरान सरदार वल्लभभाई गाँधीजी के संपर्क में आये और कालान्तर में पटेल गाँधीजी के पक्के अनुयायी बन गए।

Subhash Saini Changed status to publish नवम्बर 2, 2020
You are viewing 1 out of 1 answers, click here to view all answers.
Write your answer.
error: Content is protected !!