मध्यकाल में कोतवाल का पद क्या होता था?

कोतवाल मुगलकालीन शासन व्यवस्था में एक उच्च अधिकारी होता था। इसकी नियुक्ति ‘मीर आतिश’ के अनुरोध पर केन्द्रीय सरकार करती थी। यह नगर में घटने वाली समस्त घटनाओं के प्रति उत्तरादायी होता था। अपराधियों को दण्ड देने में असमर्थ होने पर कोतवाल को हर्जाना भरना पड़ता था। कोतवाल नगर की देखभाल करने वाला अधिकारी होता था। रात के समय उसके सैनिक नागरिकों की सुरक्षा के लिए पहरा देते थे। नगर की सुरक्षा का संपूर्ण भार इसी पर था। किलों के अधिकारी भी कोतवाल कहलाते थे।
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