अद्वैतवाद के सिद्धांत के प्रतिपादक कौन थे

अद्वैतवाद के सिद्धांत के प्रतिपादक कौन थे ?
(A) रामानुज
(B) मध्वाचार्य
(C) विवेकानंद
(D) शंकराचार्य
Subhash Saini Changed status to publish अक्टूबर 26, 2020
(D) शंकराचार्य
अद्वैत विचारधारा के संस्थापक शंकराचार्य है उसे शांकराद्वैत भी कहा जाता है। शंकराचार्य मानते हैं कि संसार में ब्रह्म ही सत्य है, जगत् मिथ्या है, जीव और ब्रह्म अलग नही हैं। जीव केवल अज्ञान के कारण ही ब्रह्म को नहीं जान पाता जबकि ब्रह्म तो उसके ही अंदर विराजमान है। उन्होंने अपने ब्रह्मसूत्र में “अहं ब्रह्मास्मि” ऐसा कहकर अद्वैत सिद्धांत बताया है। अद्वैत सिद्धांत चराचर सृष्टी में भी व्याप्त है। जब पैर में काँटा चुभता है तब आखों से पानी आता है और हाथ काँटा निकालने के लिए जाता है ये अद्वैत का एक उत्तम उदाहरण है।
Subhash Saini Changed status to publish अक्टूबर 27, 2020