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- मार्च- 2021 -20 मार्चइतिहास
नैणसी री ख्यात
नैणसी री ख्यात - नैणसी ने दो महत्त्वपूर्ण ग्रंथ लिखे हैं। एक का नाम मुहता नैणसी री ख्यात और दूसरे…
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चंद्रगुप्त द्वितीय(विक्रमादित्य) की उपलब्धियां की स्लाइड
समुद्रगुप्त के प्रयाग अभिलेख से पता चलता है,कि उसने चंद्रवर्मा को हराकर बंगाल का पश्चिमी भाग, जहाँ बाँकुङा जिला स्थित…
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चंद्रगुप्त द्वितीय के द्वारा जारी स्वर्ण(सिक्के) मुद्राओं का विवरण की स्लाइड
अपने पिता समुद्रगुप्त के समान ही चंद्रगुप्त द्वितीय ने भी विशाल साम्राज्य के लिये अनेक प्रकार के सिक्कों का प्रचलन…
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चंद्रगुप्त द्वितीय का विद्या प्रेम एवं शासन प्रबंध की स्लाइड
चंद्रगुप्त द्वितीय युद्ध क्षेत्र में जितना महान था, शांति काल में उससे कहीं अधिक कर्मठ था। वह स्वयं विद्वान एवं…
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चंद्रगुप्त द्वितीय तथा इसके वाकाटकों के साथ संबंध कैसे थे
चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) के काल में हमें गुप्त-वाकाटक संबंध के विषय में यह जानकारी प्राप्त होती है, कि चंद्रगुप्त द्वितीय…
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गुप्त काल में साहित्य तथा विज्ञान का विकास की स्लाइड
गुप्तयुग में साहित्य और विज्ञान के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई। गुप्त साम्राज्य की स्थापना के साथ ही संस्कृत भाषा…
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गुप्तों का सैनिक संगठन एवं भूमि और राजस्व व्यवस्था का इतिहास
गुप्त शासकों की सेना विशाल एवं सुसंगठित होती थी। सेना का सर्वोच्च अधिकारी महाबलाधिकृत कहा जाता था। हाथियों की सेना…
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एरण का विष्णु मंदिर एवं एरण का अभिलेख की स्लाइड
मध्य प्रदेश के सागर जिले में एरण नामक स्थान पर गुप्त काल में विष्णु का एक मंदिर बना था, जो…
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एरण क्यों प्रसिद्ध है
एरण नामक ऐतिहासिक स्थान मध्य प्रदेश के सागर जिले में स्थित है। एरण के बारे में माना जाता है कि…
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गुप्तों का ग्राम एवं न्याय प्रशासन कैसा था
ग्राम शासन की सबसे छोटी इकाई होती थी। जिसका प्रशासन ग्रामसभा द्वारा चलाया जाता था। ग्रामसभा को मध्य भारत में…
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