इतिहासमध्यकालीन भारतविदेशी यात्री

डोमिंगो पायस (1520-22 ई.) कौन था? | domingo paayas

डोमिंगो पायस – यह पुर्तगाली यात्री था जो विजनगर के शासक कृष्ण देव राय के शासन काल में भारत आया। उसने कृष्ण देवराय के शासन का आँखों देखा हाल लिखा है। कृष्ण देव राय के विषय में उसने लिखा है कि “राजा मझोले कद का है तथा गौरवर्णी है और अच्छी कद काठी है जो कि दुबलेपन के स्थान पर स्थूल है, उसके मुख पर चेचक का निशान है।”

कृष्ण देव राय की प्रशंसा करते हुए आगे उसने लिखा है कि वह बहुत विद्वान तथा पूर्ण राजा है, जितना संभाव्यता हो सकता था, मनोवृत्ति में प्रसन्न तथा दयालु है। वह उनमें से एक है जो विदेशियों का आदर करते हैं तथा जो कृपापूर्वक उसके अपने सभी मामलों के बारे में पूछते हुए जो भी उसकी दशा हो स्वागत करते हैं। उसके अनुसार विजयनगर राज्य 200 प्रांतों में विभाजित था। विजयनगर का वर्णन करते हुए लिखता है कि जो देखा (विजयनगर) वह उतना ही बङा था जितना बङा रोम और देखने में अत्यंत सुन्दर यह विश्व में व्यवस्थित नगर था। पायस ने नवरात्र पर्व का वर्णन किया है। उसके अनुसार इस पर्व के अंतिम दिन 250 भैसों तथा 4500 भेङे की बलि चढाई जाती थी। पायस के कृष्ण देव राय के समय की शिल्प एवं व्यापार की उन्नति का वर्णन करते हुए लिखा है कि – प्रत्येक गली में मंदिर है क्योंकि यह सभी शिल्पियों तथा व्यापारियों की संस्थाओं के होते हैं। शिल्पी मकानों में ऊपरी मंजिलों में रहते थे। जबकि नीचे उनकी दुकाने होती थी।

References :
1. पुस्तक - मध्यकालीन भारत, लेखक- एस.के.पाण्डे 

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