इतिहासप्राचीन भारतसोलंकी वंश

सोलंकी वंश के शासक अजयपाल का इतिहास

गुजरात के सोलंकी वंश के शासक कुमारपाल के बाद उसका भतीजा अजयपाल(Ajaypal) शासक बना। गुजराती अनुश्रुतियों तथा मुस्लिम स्रोतों से पता चलता है, कि उसने कुमारपाल (Kumarpal) को विष देकर मार डाला था। अजयपाल ने 1176 ईस्वी तक राज्य किया। उसके काल में शैव धर्म (Shaivism) का अत्यधिक प्रचलन था। जैन ग्रंथों (Jain texts) के अनुसार उसने कपर्दिन नामक ब्राह्मण, जो दुर्गा का भक्त था, को अपना प्रधानमंत्री(Prime minister) नियुक्त किया तथा अन्य शैवों को भी प्रमुख प्रशासनिक पद दिये। उसकी उपाधि परममाहेश्वर की थी। गुजरात के सोलंकी इतिहास की जानकारी के साधन

जैन ग्रंथों का विवरण

कुमारपाल का इतिहास

मेरुतुंग(Merutung) उसकी हिंसक प्रवृत्ति का उल्लेख करते हुये लिखता है, कि उसने अपने मंत्री कपर्दिन तथा जैन आचार्य रामचंद की हत्या करा दी। इसके अलावा उसने साधुओं की हत्या करायी तथा जैन मंदिरों(Jain Temples) को ध्वस्त करवा दिया। सैनिक दृष्टि से उसकी मात्र यही उपलब्धि बताई गयी है, कि उसने सपादलक्ष के चाहमान शासक सोमेश्वर को पराजित किया था। उसके(अजयपाल) किसी नौकर ने छुरा भोंककर उसकी हत्या कर दी थी।

चाहमान शासकों का राजनैतिक इतिहास

References :
1. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति, लेखक- के.सी.श्रीवास्तव
2. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास, लेखक-  वी.डी.महाजन 

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