अहिच्छत्र
- अप्रैल- 2021 -16 अप्रैलइतिहास
थानेश्वर के वर्द्धन वंश को जानने के लिए इतिहास के साधन की स्लाइड
गुप्त साम्राज्य के पतन के बाद उत्तर भारत के राजवंशों में थानेश्वर का पुष्यभूति राजवंश सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण एवं शक्तिशाली था।…
Read More » - 14 अप्रैलइतिहास
हर्षवर्धन का साम्राज्य विस्तार की स्लाइड
हर्ष की विजयों के बारे में हम पूरी तरह से पता नहीं लगा सकते। उसके द्वारा की गयी विजये संदिग्ध…
Read More » - 13 अप्रैलइतिहास
हर्ष के समय में आर्थिक दशा की स्लाइड
हर्षकालीन भारत की आर्थिक दशा के विषय में हमें बाण के ग्रंथों, चीनी स्रोतों तथा तत्कालीन लेखों से जानकारी मिलती…
Read More » - 1 अप्रैलइतिहास
गुप्तों का आर्थिक जीवन कैसा था की स्लाइड
गुप्त राजाओं का शासन काल आर्थिक दृष्टि से समृद्धि एवं सम्पन्नता का काल था। कृषि की उन्नति पर विशेष ध्यान…
Read More » - मार्च- 2021 -29 मार्चइतिहास
गुप्तकालीन कला और स्थापत्य कला की स्लाइड
गुप्त काल में संपूर्ण उत्तर भारत में हमें अद्भुत कलात्मकता दिखाई देती है। कला की विविध विधाओं जैसे- वास्तु, स्थापत्य,…
Read More » - 23 मार्चइतिहास
समुद्रगुप्त द्वारा किये गये युद्ध तथा उसकी विजय की स्लाइड
राजधानी में अपनी स्थिति सुदृढ कर लेने के बाद समुद्रगुप्त ने अपना अभियान प्रारंभ किया। वह एक महान विजेता था,…
Read More » - जून- 2020 -26 जूनइतिहास
शैव धर्म के प्रमुख संप्रदाय
यह शैवों का सबसे प्राचीन सम्प्रदाय है, जिसकी उत्पत्ति ईसा-पूर्व दूसरी शती में हुई थी। पुराणों के अनुसार इस सम्प्रदाय…
Read More » - मार्च- 2020 -13 मार्चइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल बंसखेड़ा
उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर जिले मे यह स्थान स्थित है। 1894 ई. मे यहाँ से हर्ष संवत् 22=628 ई. का…
Read More » - 6 मार्चइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल पंचाल
उत्तर प्रदेश के वर्तमान बरेली, बदायूँ तथा फर्रूखाबाद जनपदों की भूमि पर प्राचीन समय का पञ्चाल राज्य बसा हुआ था।…
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