कल्हण
- नवम्बर- 2019 -19 नवम्बरइतिहास
गुर्जर-प्रतिहार शासक मिहिरभोज प्रथम
उसने अपने वंश का वर्चस्व बुंदेलखंड में पुनः स्थापित किया तथा जोधपुर के प्रतिहारों (परिहार) का दमन किया।
Read More » - 16 नवम्बरइतिहास
राजपूतों के प्रमुख राजवंश – गुर्जर-प्रतिहार वंश के इतिहास के साधन, उत्पत्ति
इस वंश की प्राचीनता 5वी.शता. तक जाती है। पुलकेशिन द्वितीय के ऐहोल लेख में गुर्जर जाति का उल्लेख सर्वप्रथम हुआ…
Read More » - 15 नवम्बरइतिहास
राजपूत राजवंश : राजपूतों की उत्पत्ति संबंधि विविध मत
राजपूत बङे ही वीर तथा स्वाभिमानी होते थे और साहस, त्याग, देश-भक्ति आदे के गुण उनमें कूट-कूटकर भरे हुये थे।…
Read More » - 3 नवम्बरइतिहास
हर्ष की मृत्यु के बाद कन्नौज की स्थिति कैसी थी
हर्षवर्धन की मृत्यु के बाद उत्तर भारत में राजनीतिक विकेन्द्रीकरण एवं विभाजन की शक्तियाँ एक बार पुनः सक्रिय हो गयी।…
Read More » - सितम्बर- 2019 -26 सितम्बरप्राचीन भारत
हूण नेता मिहिरकुल
ह्वेनसांग जिस बालादित्य की चर्चा करता है उसकी पहचान नरसिंहगुप्त बालादित्य से होती है।
Read More » - मई- 2019 -22 मईप्राचीन भारत
परवर्ती मौर्य शासकःदशरथ,बृहद्रथ
अशोक के एक लघु स्तंभ लेख में केवल एक पुत्र तीवर का उल्लेख मिलता है। जबकि अन्य साक्ष्य इसके विषय…
Read More » - 11 मईप्राचीन भारत
मौर्य सम्राट अशोक का साम्राज्य विस्तार
इन प्रदेशों को सेल्युकस ने चंद्रगुप्त मौर्य को दिया था। चीनी यात्री ह्वेनसांग कपिशा में अशोक के स्तूप का उल्लेख…
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