बाण
- अप्रैल- 2021 -19 अप्रैलइतिहास
वर्धन वंश के शासक प्रभाकरवर्धन का इतिहास
थानेश्वर के वर्द्धनों का क्रमबद्ध इतिहास प्रभाकरवर्धन के समय से मिलने लगता है। प्रभाकरवर्द्धन वर्द्धन वंश की स्वतंत्रता का जन्मदाता…
Read More » - 13 अप्रैलइतिहास
हर्ष के समय में आर्थिक दशा की स्लाइड
हर्षकालीन भारत की आर्थिक दशा के विषय में हमें बाण के ग्रंथों, चीनी स्रोतों तथा तत्कालीन लेखों से जानकारी मिलती…
Read More » - 12 अप्रैलइतिहास
हर्ष की प्रशासन व्यवस्था और मधुबन ताम्रपत्र अभिलेख की स्लाइड
यह अभिलेख उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद की घोषी तहसील के मधुबन नामक स्थान से प्राप्त हुआ है। यह अभिलेख…
Read More » - 11 अप्रैलइतिहास
हर्ष के समय में साहित्य तथा शिक्षा की स्लाइड
हर्षवर्धन स्वयं एक उच्चकोटि का विद्वान था, अतः अपने शासन काल में उसने शिक्षा एवं साहित्य की उन्नति को पर्याप्त…
Read More » - 11 अप्रैलइतिहास
गौड़ नरेश शशांक कौन था की स्लाइ़ड
हर्ष का समकालीन गौङनरेश शशांक हमारे सामने एक उल्का की भाँति चमक कर तिरोहित हो जाता है। उसके वंश या…
Read More » - 10 अप्रैलइतिहास
हर्षवर्धन का प्रारंभिक जीवन तथा इसके द्वारा रचित ग्रंथ की स्लाइड
गुप्त साम्राज्य के विघटन के बाद उत्तर भारत में जिस राजनैतिक विकेन्द्रीकरण के युग का आरंभ हुआ, हर्षवर्द्धन के राज्यारोहण…
Read More » - फरवरी- 2021 -16 फ़रवरीइतिहास
शक वंश के शासकों का इतिहास
शक प्राचीन मध्य एशिया में रहने वाली स्किथी लोगों की एक जनजाति या जनजातियों का समूह था। इनकी सही नस्ल…
Read More » - 13 फ़रवरीइतिहास
गुणाढ्य की रचनाऐं के बारे में जानकारी
प्राचीन साहित्य के कथाकारों में गुणाढ्य का नाम सर्वप्रथम उल्लेखनीय है। वह सातवाहन नरेश हाल (प्रथम-द्वितीय शती.)का दरबारी कवि था।…
Read More » - जून- 2020 -28 जूनइतिहास
हिन्दू धर्म में सूर्य पूजा का महत्त्व
हिन्दू देवमंडल में सूर्य का अत्यन्त महत्त्वपूर्ण स्थान था, जिनकी कल्पना जगत के प्रकाश के स्वामी के रूप में की…
Read More » - 21 जूनइतिहास
गुणाढ्य की रचनायें
प्राचीन साहित्य के कथाकारों में गुणाढ्य का नाम सर्वप्रथम उल्लेखनीय है। वह सातवाहन नरेश हाल (प्रथम-द्वितीय शती.)का दरबारी कवि था।…
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