श्रीकंठ
- अप्रैल- 2021 -15 अप्रैल
- 13 अप्रैलइतिहास
हर्ष के समय में आर्थिक दशा की स्लाइड
हर्षकालीन भारत की आर्थिक दशा के विषय में हमें बाण के ग्रंथों, चीनी स्रोतों तथा तत्कालीन लेखों से जानकारी मिलती…
Read More » - 7 अप्रैलइतिहास
हर्ष की मृत्यु के बाद कन्नौज की स्थिति कैसी थी की स्लाइड
हर्षवर्धन की मृत्यु के बाद उत्तर भारत में राजनीतिक विकेन्द्रीकरण एवं विभाजन की शक्तियाँ एक बार पुनः सक्रिय हो गयी।…
Read More » - अगस्त- 2020 -10 अगस्तइतिहास
पुष्यभूति वंश महत्त्वपूर्ण तथ्य
दिल्ली और पंजाब के भू-भाग पर स्थित श्रीकंठ नामक प्राचीन जनपद का एक भाग थानेश्वर था, जहाँ पुष्यभूति नामक व्यक्ति…
Read More » - जुलाई- 2020 -31 जुलाईइतिहास
दक्षिण भारत में वैष्णव संतों द्वारा स्थापित चार मत
श्री संप्रदाय - इस संप्रदाय के संस्थापक रामानुजाचार्य थे, जिन्होंने विशिष्टाद्वैतवाद नामक मत की स्थापना की थी।
Read More » - फरवरी- 2020 -23 फ़रवरीइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल थानेश्वर
हरियाणा राज्य के करनाल जनपद के अन्तर्गत वर्तमान थानेसर नामक स्थान ही प्राचीन काल का थानेश्वर था। इसके नाम स्थानेश्वर…
Read More » - नवम्बर- 2019 -3 नवम्बरइतिहास
हर्ष की मृत्यु के बाद कन्नौज की स्थिति कैसी थी
हर्षवर्धन की मृत्यु के बाद उत्तर भारत में राजनीतिक विकेन्द्रीकरण एवं विभाजन की शक्तियाँ एक बार पुनः सक्रिय हो गयी।…
Read More » - अक्टूबर- 2019 -25 अक्टूबरइतिहास
हर्ष के समय में आर्थिक दशा
कश्मीर से होकर मध्य एशिया तथा चीन तक पहुँचा जाता था। पूर्वी भारत में ताम्रलिप्ति तथा पश्चिमी भारत में भङौंच…
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