हर्षवर्धन
- मार्च- 2020 -28 मार्चइतिहास
पुलकेशिन द्वितीय की उपलब्धियाँ तथा विजय
पुलकेशिन द्वितीय की उपलब्धियों का विवरण हमें ऐहोल लेख से प्राप्त होता है। ऐहोल लेख एक प्रशस्ति के रूप में…
Read More » - 3 मार्चइतिहास
बादामी (वातापी) का चालुक्य वंश के इतिहास की जानकारी के साधन
मी (वातापी) के चालुक्य वंश के इतिहास के प्रामाणिक स्रोत अभिलेख हैं। इनमें सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण चालुक्य शासक पुलकेशिन् द्वितीय का…
Read More » - फरवरी- 2020 -2 फ़रवरीइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल कान्यकुब्ज(कन्नौज)
उत्तर प्रदेश के फर्रूखाबाद जनपद में स्थित कान्यकुब्ज अथवा कन्नौज नामक स्थान प्राचीन भारत का एक अति प्रसिद्ध नगर था।…
Read More » - जनवरी- 2020 -8 जनवरीइतिहास
प्रमुख संवत् – हर्ष संवत्
जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि हर्ष संवत् का संबंध वर्धन वंश (Vardhan Dynasty)के शासन हर्षवर्धन से है…
Read More » - 1 जनवरीइतिहास
प्राचीन भारतीय इतिहास की प्रमुख तिथियाँ
इस पॉस्ट में हमने प्राचीन कालीन भारत की महत्त्वपूर्ण घटनाओं तथा तिथियों का विवरण दिया है
Read More » - नवम्बर- 2019 -15 नवम्बरइतिहास
राजपूत राजवंश : राजपूतों की उत्पत्ति संबंधि विविध मत
राजपूत बङे ही वीर तथा स्वाभिमानी होते थे और साहस, त्याग, देश-भक्ति आदे के गुण उनमें कूट-कूटकर भरे हुये थे।…
Read More » - 9 नवम्बरप्राचीन भारत
उत्तर भारत के प्रमुख राजवंश – प्रतिहार,पाल, राष्ट्रकूट
750-1000 ईस्वी के मध्य उत्तर भारत और डेक्कन में कई शक्तिशाली साम्राज्यों का उदय हुआ था। जिनमें पाल, प्रतिहार और…
Read More » - 3 नवम्बरइतिहास
हर्ष की मृत्यु के बाद कन्नौज की स्थिति कैसी थी
हर्षवर्धन की मृत्यु के बाद उत्तर भारत में राजनीतिक विकेन्द्रीकरण एवं विभाजन की शक्तियाँ एक बार पुनः सक्रिय हो गयी।…
Read More » - अक्टूबर- 2019 -30 अक्टूबरइतिहास
वर्धन वंश का राजनैतिक इतिहास
गुप्त साम्राज्य का पतन 550 ईस्वी में हुआ था। उसी समय से वर्धन वंश का उदय हो जाता है।
Read More » - 29 अक्टूबरइतिहास
सोनपत ताम्रमुद्रा अभिलेख
इसमें भी वर्धन वंश के वंशावली नरवर्धन से प्रारंभ होकर हर्षवर्धन पर समाप्त हो जाती है।
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