इतिहासविश्व का इतिहास
वर्साय की संधि की प्रमुख विशेषताएँ
वर्साय की संधि की प्रमुख विशेषताएँ (Salient features of the Treaty of Versailles)
- वर्साय की संधि द्वारा भावी युद्धों को रोकने के लिये प्रयास किया गया। विश्व में शांति, सुरक्षा तथा अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग का वातावरण बनाये रखने के लिए राष्ट्र संघ की स्थापना की गयी।
- मजदूरों की दशा सुधारने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर संघ की स्थापना की गयी।
- राष्ट्रीयता तथा आत्मनिर्णय के सिद्धांत के आधार पर पोलैण्ड, चेकोस्लोवाकिया, यूगोस्लाविया, हंगरी आदि राष्ट्रों का निर्माण हुआ। वर्साय की संधि की आलोचना
- जर्मनी ने युद्ध के दौरान बङे भयंकर और विध्वंसक कार्य किये थे। अतः वर्साय की संधि के द्वारा जर्मनी को ऐसा पाठ पढाने का प्रयास किया गया जिससे कि वह पुनः छेङने का दुःसाहस न कर सके।
- जर्मनी के उपनिवेशों का विवरण मित्र-राष्ट्रों में संरक्षण पद्धति के आधार पर किया गया।
- अमेरिका के राष्ट्रपति विल्सन के 14 सुझावों को संधि में समाविष्ट करने का भरसक प्रयास किया।
सेटनवाटन ने लिखा है कि, यह पहला अन्तर्राष्ट्रीय समझौता था जो कुछ निश्चित नैतिक सिद्धांतों के आधार पर किया गया था।
गेथोर्न हार्डी के अनुसार – इससे पूर्व कभी किसी शांति संधि का स्वरूप इतना अधिक आदर्शवादी नहीं था।
