आधुनिक भारतइतिहास
पानीपत के तृतीय युद्ध का तात्कालिक कारण क्या था?
पानीपत के तृतीय युद्ध का तात्कालिक कारण
पानीपत के तृतीय युद्ध का तात्कालिक कारण मराठों द्वारा पंजाब तथा दिल्ली से अब्दाली के प्रतिनिधियों को मार भगाना था।
अहमदशाह अब्दाली का भारतीय राजनीति में प्रवेश – ईरान के शासक नादिरशाह के मरणोपरांत उसके एक प्रमुख सेनानायक अहमदशाह अब्दाली ने 1747 ई. में काबुल तथा कंधार पर अधिकार करके अफगानिस्तान में अपनी स्वतंत्र सत्ता स्थापित की। वह एक महत्वाकांक्षी शासक था। अफगानिस्तान में अपनी सत्ता सुदृढ करने के बाद उसने भारत की ओर ताकना शुरू कर दिया।
पानीपत के तृतीय युद्ध के कारण
- भारत में राजनीतिक शून्यता
- दिल्ली पर प्रभाव जमाने हेतु संघर्ष
- अब्दाली का भारत की राजनीति में हस्तक्षेप
- अब्दाली की सैन्य सफलताएँ
- उत्तर भारत की अस्थिर राजनीति
- पंजाब में अफगान-मराठा संघर्ष
