गुप्त काल में शैव धर्म की किस शाखा का अत्यधिक विकास हुआ

गुप्त काल में शैव धर्म की किस शाखा का अत्यधिक विकास हुआ?
Subhash Saini Changed status to publish दिसम्बर 17, 2020
पाशुपत संप्रदाय का गुप्त काल में अत्यधिक विकास हुआ। इसके सिद्धांत के तीन अंग है-
- पति(स्वामि)।
- पशु(आत्मा)।
- पाश(बंधन)।
पशुपति के रूप में शिव की उपासना की जाती है।
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