प्लासी की विजय के बाद अंग्रेजों ने किसे बंगाल का नवाब बनाया?

प्लासी की विजय के बाद अंग्रेजों ने किसे बंगाल का नवाब बनाया?
प्लासी की विजय के बाद अंग्रेजों ने मीर जाफर को बंगाल का नवाब बनाया। मीरजाफर को सिराज के बाद अगला बंगाल का नवाब प्रस्तावित कर अंग्रेज प्लासी के युद्ध की तैयारी में जुट गये। प्लासी के युद्ध की गणना भारत के निर्णायक युद्धों में की जाती है।वर्तमान में प्लासी नदीया जिले में गंगा नदी के किनारे स्थित है।
प्लासी के युद्ध मे अंग्रेजी सेना ने ( 1100 यूरोपीय,200सिपाही तथा बंदूकची ) क्लाइव के नेतृत्व में हिस्सा लिया। दूसरी ओर 4500 सैनिकों वाली नवाब की सेना का नेतृत्व तीन राजद्रोही मीरजाफर,यारलतीफ खां और राय दुर्लभ ने किया।
23जून,1757 कोअंग्रेजों ने मीरजाफर को बंगाल का नवाब बना दिया…अधिक जानकारी
मीर जाफर – मीर जाफर और अँग्रेज (Mir Jafar and the British) – प्लासी के युद्ध के बाद 29 जून, 1757 ई. को क्लाइव ने मीरजाफर को नवाब घोषित कर दिया और स्वयं अपनी सेना लेकर मुर्शिदाबाद की ओर गया। इस युग में बंगाल की जनता पूरी तरह से निष्क्रिय हो चुकी थी। राजसत्ता के परिवर्तन में उसकी किसी प्रकार की कोई रुचि नहीं थी। यही कारण था कि मामूली सी सेना के साथ कोई भी साहसी सेनानायक राज्यों के शासन में मनचाहा परिवर्तन कर सकता था। नया नवाब मीरजाफर एक कमजोर तथा अयोग्य व्यक्ति था। क्लाइव ने शीघ्र ही यह प्रकट कर दिया कि शासन की वास्तविक शक्ति उसके पास है और मीरजाफर नाममात्र का नवाब है। क्लाइव ने जगत सेठ के माध्यम से बंगाल में हुई सत्ता-परिवर्तन के लिए मुगल सम्राट की भी स्वीकृति मँगवा ली…अधिक जानकारी