बौद्ध कालइतिहासप्राचीन भारत
बौद्ध धर्म के त्रिरत्न

त्रिरत्न (तीन रत्न) बौद्ध धर्म के सबसे महत्त्वपूर्ण अंग हैं। इन त्रिरत्नों पर ही बौद्ध धर्म आधारित हैं।
त्रिरत्न
- बुद्ध
- धम्म
- संघ
बुद्ध–
बुद्ध का मतलब जागृत एवं अनंत ज्ञानी मनुष्य, जिसने खुद के प्रयासों से बुद्धत्व प्राप्त किया। ‘बुद्ध’ शाक्य मुनी, तथागत, गौतम बुद्ध हैं।
धम्म-
बुद्ध की शिक्षाओं को धम्म कहते हैं। संपूर्ण बौद्ध धर्म ‘धम्म‘ पर आधारित है।
संघ-
बौद्ध धर्म में बौद्ध भिक्षुओं और बौद्ध उपासकों के संघटन को संघ कहते हैं। बौद्ध भिक्षु और बौद्ध उपासक ये दोनों ही बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं। धम्म प्रचार के लिए संघ का महत्त्वपूर्ण योगदान होता है।
Reference : https://www.indiaolddays.com/