रणजीतसिंह का वजीर कौन था?

रणजीतसिंह का वजीर ध्यानसिंह था।
महाराजा रणजीतसिंह का शासन तंत्र
एकतंत्रीय शासन – रणजीतसिंह के शासन का स्वरूप एकतंत्रीय था। वह स्वयं संपूर्ण सत्ता का केन्द्रबिन्दु था और शासन के समस्त अधिकार उसी के हाथ में थे। राज्य के प्रत्येक महत्त्वपूर्ण मामले में उसका निर्णय अंतिम होता था। रणजीतसिंह अपने अधिकारियों के कार्यों पर पूरी निगरानी रखता था।
राजकीय सेवाओं और विशेषकर उच्च पदों पर योग्यता को अधिक महत्त्व दिया जाता था। राजकीय सेवाओं और विशेषकर उच्च पदों पर योग्यता को अधिक महत्त्व दिया जाता था और सिक्खों के अलावा अन्य लोगों को भी उच्च पदों पर नियुक्त कर रखा था। डोगरे अधिकारियों में ध्यानसिंह, गुलाबसिंह, सुचेतसिंह नामक तीनों भाई और ध्यानसिंह का लङका हीरासिंह मुख्य थे…अधिक जानकारी
Suman Changed status to publish अगस्त 14, 2023