आधुनिक भारतइतिहास

कोमागातामारू घटना (1914-15ई.)

कोमागातामारू प्रवासी भारतीयों को कनाडा ले जाने के लिये गुरदीत सिंह द्वारा अधिकृत एक जापानी जहाज था। 23 मई, 1914 ई. को इसमें 376 यात्री वैन्कूवर पहुँचे, लेकिन वहां कनेडियन अधिकारियों द्वारा उतरने से रोक दिये गये, परिणामस्वरूप जहाज को मजबूरन लौटना पङा।

कोमागातामारू

इस जहाज के असहाय यात्रियों को जिनमें से 25 को छोङकर अन्य सभी सिख थे, वापस आने पर अत्यंत कठिनाइयों का सामना करना पङा। इन लोगों के कलकत्ता पहुंचने पर अंग्रेजों ने प्रतीक्षारत रेल में उन्हें भरकर वापस भेज दिया।

कनाडा की जातिगत भेदभाव की नीति तथा भारतीय ब्रिटिश सरकार की उदासीनता ने देश एवं विदेश में राष्ट्रवादियों को जागृत किया। इस समय तक गदर पार्टी की गतिविधियां भी चर्मोत्कर्ष पर थी। बदले की भावना से प्रेरित होकर गदर आंदोलन के सदस्य अपने विदेशी मालिकों को देश से बाहर निकालने हेतु स्वदेश वापस आए।

References :
1. पुस्तक- भारत का इतिहास, लेखक- के.कृष्ण रेड्डी

Online References
wikipedia : कोमागातामारू की घटना

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