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पंजाब पर अंग्रेजों की ललचाई दृष्टि के कारण

पंजाब पर अंग्रेजों की ललचाई दृष्टि

पंजाब पर अंग्रेजों की ललचाई दृष्टि के कारण

पंजाब पर अंग्रेजों की ललचाई दृष्टि के कारण (panjaab par angrejon kee lalachaee drshti ke kaaran)-

आर्थिक दृष्टि से पंजाब की उपयोगिता –

जिस प्रकार बंगाल ब्रिटिश (कंपनी) राज्य के लिये आर्थिक दृष्टि से उपयोगी था उसी प्रकार पंजाब को भी अंग्रेज ब्रिटिश (कंपनी) राज्य की स्थापना के लिए एक उपयोगी प्रदेश मानते थे। पंजाब एक उपजाऊ प्रदेश था। अंग्रेज पंजाब से आर्थिक लाभ उठाना चाहते थे।

कंपनी के साम्राज्य को उत्तरी भारत की प्राकृतिक सीमा तक पहुँचाना

अंग्रेज कंपनी के साम्राज्य को उत्तरी भारत की प्राकृतिक सीमा तक पहुँचाना चाहते थे। भारत की प्राकृतिक सीमा उत्तर में हिमालय पर्वत से निर्मित होती है। पंजाब पर अधिकार किये बिना वहाँ तक पहुँचना असंभव था। इस कारण भी पंजाब पर अंग्रेजों की ललचाई दृष्टि थी।

पंजाब का बफर राज्य के रूप में महत्त्व समाप्त होना

पंजाब पर अंग्रेजों की ललचाई दृष्टि का एक कारण यह भी था कि लार्ड हार्डिंग्ज का मानना था कि पंजाब अफगानिस्तान व कंपनी राज्य के बीच बफर राज्य के रूप में कार्य करेगा। किन्तु जब दूसरे आंग्ल-सिक्ख युद्ध में अफगानों ने अंग्रेजों के विरुद्ध सिक्खों की सहायता की, तो इससे स्पष्ट हो गया कि पंजाब अब बफर राज्य नहीं रहा।

अतः डलहौजी ने कंपनी राज्य की सुरक्षा की दृष्टि से पंजाब पर अधिकार कर उसे कंपनी राज्य में मिला लेना उचित समझा।

अंग्रेजों की साम्राज्यवादिता

अंग्रेज घोर साम्राज्यवादी थे। अपनी साम्राज्यवादी भूख को शांत करने के लिए भी पंजाब पर अंग्रेजों की ललचाई दृष्टि गङी हुई थी।

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