इतिहासराजस्थान का इतिहास

राजस्थान सेवा संघ की स्थापना कब की गयी

राजस्थान सेवा संघ की स्थापना – 1919 ई. में विजयसिंह पथिक, रामनारायण चौधरी और हरिभाई किंकर वर्धा में गाँधीजी से मिले। गाँधीजी से मिली प्रेरणा के फलस्वरूप वर्धा में, 1919 ई. में राजस्थान सेवा संघ की स्थापना की गयी।

राजस्थान सेवा संघ की स्थापना वर्धा में वर्ष 1919 ई. में अर्जुनलाल सेठी, केसरीसिंह बारहठ एवं विजय सिंह पथिक ने मिलकर की थी। इस संस्था ने राजनीतिक चेतना के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। राजस्थान सेवा संघ का मुख्य उद्देश्य जनता में राजनीतिक चेतना जागृत करना और उनकी कठिनाइयों को दूर करना था।

राजस्थान सेवा संघ की स्थापना

इसका उद्देश्य जागीरदारों तथा उनकी प्रजा में परस्पर मैत्री संबंध की स्थापना करना था। इस संस्था के तत्वावधान में बिजौलिया, बेगूँ, बूँदी और सिरोही के किसानों की शिकायतों को प्रस्तुत किया गया था। इस संघ द्वारा वर्धा से राजस्थान केसरी साप्ताहिक और बाद में अजमेर से नवीन राजस्थान प्रकाशित किया गया। जब ब्रिटिश सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया, तब इस साप्ताहिक को तरुण राजस्थान के नाम से निकाला गया। 1924 ई. में रामनारायण चौधरी और शोभालाल गुप्त को आपत्तिजनक सामग्री प्रकाशित करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। यद्यपि चौधरी रामनारायण को तो छोङ दिया गया, किन्तु शोभालाल गुप्त को दो वर्ष के कठोर कारावास की सजा दी गयी। 1926-27 ई. में विजयसिंह पथिक और रामनारायण चौधरी के बीच मतभेद अधिक बढ गये और राजस्थान सेवा संघ निर्जीव सा हो गया। तत्पश्चात् जमनालाल बजाज द्वारा इस संस्था को पुनर्जीवित किया गया।

References :
1. पुस्तक - राजस्थान का इतिहास, लेखक- शर्मा व्यास

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