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विलियम हॉकिन्स किसके शासन काल में भारत आया | William Hawkins

विलियम हॉकिन्स – विलियम हॉकिन्स एक अंग्रेज व्यापारी और ईस्ट इंडिया कंपनी का कर्मचारी था। 1608 ई. में सूरत में अंग्रेजी फैक्ट्री स्थापित करने तथा व्यापारिक अधिकार प्राप्त करने के उद्देश्य से ब्रिटिश सम्राट जेम्स प्रथम के राजदूत के रूप में मुगल सम्राट अकबर के नाम पत्र लेकर जहाँगीर के दरबार में उपस्थित हुआ। वह हेक्टर नामक जहाज से सूरत आया था। सूरत में उतरने वाला वह पहला अंग्रेज कप्तान था। हॉकिन्स फारसी भाषा का अच्छा ज्ञाता था। उसने बादशाह जहाँगीर से फारसी भाषा में बात की। वह तुर्की भी जानता था। जहाँगीर उससे बहुत प्रभावित था। उसे शराब की पार्टियों में आमंत्रित करता था। वह तीन वर्ष तक मुगल दरबार में रहा तथा बादशाह जहाँगीर से सूरत में फैक्ट्री स्थापित करने की अनुमति प्राप्त कर ली किन्तु बाद में पुर्तगालियों के षङयंत्र के कारण यह अनुमति वापस ले ली गयी।जहाँगीर ने हॉकिन्स को 400 का मंसब तथा फिरंगी खाँ अथवा इंगलिश खाँ की उपाधि प्रदान की।

हॉकिन्स ने अपने विवरण एक प्रत्यक्षदर्शी के रूप में प्रस्तुत किया है विशेष रूप से बादशाह जहाँगीर के विषय में। उसने भारत की उन्नत व्यापार व वाणिज्य के विषय में भी लिखा है। उसके अनुसार – भारत चाँदी के मामले में बहुत समृद्ध है, क्योंकि सभी देशों के व्यापारी अपने सिक्कों के बदले में यहाँ से माल ले जाते हैं। चाँदी यहाँ आती है, यहाँ से जाती नहीं है।

References :
1. पुस्तक - मध्यकालीन भारत, लेखक- एस.के.पाण्डे 

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