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अकबर के काल में आने वाले विदेशी यात्री | Akabar ke kaal mein aane vaale videshee yaatree | Foreign travelers who came during Akbar’s time

अकबर के काल में आने वाले विदेशी यात्री –

फादर मोंसेरात यह पुर्तगाली यात्री था। यह फादर एक्वाविता के साथ 1578 ई. में अकबर के दरबार में आया था।

फादर थामस स्टेफेंस – यह पश्चिमी भारत में आने वाला प्रथम अंग्रेज था।यह अकबर के काल में 1579 ई. में गोवा आया।

जान न्यूबरी, विलियम लीड्स, जेम्स स्टोरी – ये तीनों अंग्रेज व्यापारी थे जो अकबर के काल में 1581 ई. में व्यापार के उद्देश्य से भारत आये थे।

जान ह्यूगे बा लिंचटेन – यह डच यात्री था । 1583 ई. में अकबर के काल में यह भारत आया। इसने अपने विवरण में दक्षिण भारत के आर्थिक और सामाजिक दशा का वर्णन किया है।

राल्फ फिच (1583-91 ई.)- यह अकबर के समय में भारत आया था। यह पहला अंग्रेज व्यापारी था जो फतेहपुर सीकरी व आगरा पहुँचा। इसने भारत के लोगों उनकी वेशभूषा और रीति रिवाजों के विषय में जो कुछ विवरण प्रस्तुत किया वह अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। राल्फ फिच पहला अंग्रेज यात्री था जिसने भारतीयों के रहन-सहन, वेश-भूषा और रीति-रिवाजों का उल्लेख किया है। अपनी यात्रा के दौरान उसने भारत के कई शहरों का भ्रमण किया। जिसमें आगरा व फतेहपुर सीकरी का वर्णन विशेष रूप से उल्लेखनीय है। उसके अनुसार आगरा एक बङा शहर था। फतेहपुर सीकरी आगरा से बङा था। उसने आगरा व फतेहपुर सीकरी दोनों को लंदन से बङा कहा।

इसके अलावा उसने समाज में प्रचलित कुछ प्रथाओं का भी वर्णन किया है। उसके अनुसार बाल-विवाह की प्रथा एक बहुप्रचलित प्रथा थी। उसने स्वयं एक ऐसा विवाह बुरहानपुर में देखा था।

जॉन मिडेन हॉल (1591ई.) – एलिजाबेथ के दूत के रूप में जॉन मिडेन हॉल अकबर और जहाँगीर के काल में दो बार भारत की यात्रा की। यह एक धूर्त अंग्रेज व्यापारी था। 1591 ई. में उसने गुजरात में व्यापार करने के लिये अकबर से फरमान प्राप्त करने की चेष्टा की परंतु असफल रहा।

References :
1. पुस्तक - मध्यकालीन भारत, लेखक- एस.के.पाण्डे 

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