कला
- सितम्बर- 2019 -17 सितम्बर
गुप्तकालीन कला और स्थापत्य कला
कला की विविध विधाओं जैसे- वास्तु, स्थापत्य, चित्रकला, मृदभांड कला आदि इस युग में विकसित हुई। धर्म एवं कला का…
Read More » - 9 सितम्बर
तिगवा के विष्णु मंदिर का इतिहास
गुप्तयुगीन वास्तुकला के सर्वोत्तम उदाहरण मंदिर हैं। वस्तुतः मंदिर के अवशेष हमें गुप्त काल में ही मिलते हैं। गुप्त काल…
Read More » - 7 सितम्बर
गुप्त काल में मूर्तिकला का इतिहास
एकमुखी शिवलिंग भूमरा के शिवमंदिर के गर्भगृह में स्थापित है। इन मूर्तियों को मुखलिंग कहा जाता है। मुखलिंगों के अलावा…
Read More » - 6 सितम्बर
गुप्त काल में साहित्य तथा विज्ञान का विकास
हरिषेण सम्राट समुद्रगुपत् का सेनापति एवं विदेश सचिव था। उसकी सुप्रसिद्ध कृति प्रयाग-प्रशस्ति है, जिसे इसमें काव्य कहा गया है।…
Read More » - 6 सितम्बर
साँची का गुप्त काल का प्रसिद्ध मंदिर
मंदिर नंबर 17 को गुप्त मंदिर के रूप में जाना जाता है और दक्षिण में महान स्तूप की ओर स्थित…
Read More » - 3 सितम्बर
गुप्त काल में स्तूप तथा गुहा-स्थापत्य कला
उदयगिरि की गुफाओं को मिथ्या गुहा की संज्ञा भी दी गयी है। इन गुहाओं में चौकोर तथा सादे गर्भगृह बने…
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