इतिहासफ्रांस की क्रांतिविश्व का इतिहास

मॉन्टेस्क्यू(1685-1755ई.)कौन था

मॉन्टेस्क्यू ( Montesquieu) फ्रांस का एक राजनैतिक विचारक, न्यायविद तथा उपन्यासकार था। मॉन्टेस्क्यू ने शक्तियों के पृथक्करण का सिद्धान्त दिया। फ्रांसीसी राजतंत्र की आलोचना करने वाला पहला प्रमुख व्यक्ति मॉन्टेस्क्यू था।

वह एक उच्च कोटि का वकील और बोदों की संसद का न्यायाधीश था। उसने 1748 ई. में अपनी सुप्रसिद्ध रचना कानून की आत्मा (The Spirit of Low)का प्रकाशन करवाया। इसमें उसने फ्रांस के राजाओं के दैवी अधिकार के सिद्धांत की कटु आलोचना की तथा फ्रांस की सङी गली खोखली संस्थाओं की बङी व्यंग्यात्मक आलोचना की।

वह वैधानिक शासन तथा व्यक्तिगत स्वतंत्रता का जबरदस्त समर्थक था। उसका मानना था, कि निरंकुश शासन को समाप्त करने के लिये शासन के तीनों अंगों – कार्यपालिका, व्यवस्थापिका और न्यायपालिका के क्षेत्रों को पृथक-पृथक करना आवश्यक है। उसने शक्ति-पार्थक्य के सिद्धांत का प्रतिपादन किया और बतलाया कि ऐसा करने से तीनों शक्तियाँ एक दूसरे के अधिकारों को सीमित रखेंगी तथा जनता के अधिकारों की रक्षा संभव हो सकेगी।

इसका जन्म 18 जनवरी 1689 ई. को हुआ था तथा मृत्यु 10 फरवरी 1755 ई. को हुई थी।

1. पुस्तक- आधुनिक विश्व का इतिहास (1500-1945ई.), लेखक - कालूराम शर्मा

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