कलचुरि
- अप्रैल- 2021 -28 अप्रैलइतिहास
स्लाइड : द्वारसमुद्र के होयसल वंश का इतिहास
होयसल यादवों की एक शाखा थे, जो अपने आप को चंद्रवंशी मानते थे। वे गंगवाडि के पश्चिम में चालुक्य नरेशों…
Read More » - 19 अप्रैलइतिहास
वर्धन वंश के शासक प्रभाकरवर्धन का इतिहास
थानेश्वर के वर्द्धनों का क्रमबद्ध इतिहास प्रभाकरवर्धन के समय से मिलने लगता है। प्रभाकरवर्द्धन वर्द्धन वंश की स्वतंत्रता का जन्मदाता…
Read More » - 7 अप्रैलइतिहास
भङोंच के गुर्जर-प्रतिहार
भङोंच के गुर्जर-प्रतिहार - सातवीं और आठवीं सदी के कुछ दान-पत्रों से पता चलता है कि भङोंच और उसके आसपास…
Read More » - जून- 2020 -26 जूनइतिहास
शैव धर्म के प्रमुख संप्रदाय
यह शैवों का सबसे प्राचीन सम्प्रदाय है, जिसकी उत्पत्ति ईसा-पूर्व दूसरी शती में हुई थी। पुराणों के अनुसार इस सम्प्रदाय…
Read More » - अप्रैल- 2020 -25 अप्रैलइतिहास
द्वारसमुद्र के होयसल वंश का इतिहास
होयसल यादवों की एक शाखा थे, जो अपने को चंद्रवंशी मानते थे। वे गंगवाडि के पश्चिम में चालुक्य नरेशों के…
Read More » - 8 अप्रैलइतिहास
सोमेश्वर चतुर्थ तथा चालुक्य सत्ता का विनाश
कल्याणी के चालुक्य वंश का अंतिम शासक तैल तृतीय का पुत्र सोमेश्वर चतुर्थ (1181-1189ई.) हुआ। वह कुछ शक्तिशाली था और…
Read More » - 7 अप्रैलइतिहास
तैल तृतीय (1151-56ई.) का इतिहास
कल्याणी के चालुक्य शासक जगदेकमल्ल द्वितीय के बाद उसका छोटा भाई तैल तृतीय राजा बना। वह अत्यंत ही निर्बल शासक…
Read More » - 3 अप्रैलइतिहास
तैलप द्वितीय कल्याणी के चालुक्य वंश का शासक था
कल्याणी के चालुक्यों का स्वतंत्र राजनैतिक इतिहास तैल अथवा तैलप द्वितीय (973-997ई.) के समय से प्रारंभ होता है। उसके पूर्व…
Read More » - मार्च- 2020 -27 मार्चइतिहास
बादामी के चालुक्य वंश का शासक मंगलेश
बादामी के चालुक्य वंश के शासक कीर्तिवर्मन प्रथम की मृत्यु के समय उसका पुत्र पुलकेशिन द्वितीय अवयस्क था। अतः उसके…
Read More » - जनवरी- 2020 -30 जनवरीइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल कल्याणी
कर्नाटक प्रान्त के बीदर जिले में स्थित कल्याणी नामक नगर पश्चिमी चालुक्य वंश की राजधानी थी। इस वंश के शासक…
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