नागानंद
- अप्रैल- 2021 -15 अप्रैल
- 11 अप्रैलइतिहास
हर्ष के समय में साहित्य तथा शिक्षा की स्लाइड
हर्षवर्धन स्वयं एक उच्चकोटि का विद्वान था, अतः अपने शासन काल में उसने शिक्षा एवं साहित्य की उन्नति को पर्याप्त…
Read More » - 10 अप्रैलइतिहास
हर्षवर्धन का प्रारंभिक जीवन तथा इसके द्वारा रचित ग्रंथ की स्लाइड
गुप्त साम्राज्य के विघटन के बाद उत्तर भारत में जिस राजनैतिक विकेन्द्रीकरण के युग का आरंभ हुआ, हर्षवर्द्धन के राज्यारोहण…
Read More » - अगस्त- 2020 -10 अगस्तइतिहास
पुष्यभूति वंश महत्त्वपूर्ण तथ्य
दिल्ली और पंजाब के भू-भाग पर स्थित श्रीकंठ नामक प्राचीन जनपद का एक भाग थानेश्वर था, जहाँ पुष्यभूति नामक व्यक्ति…
Read More » - जून- 2020 -17 जूनइतिहास
हर्षवर्धन के बारे में जानकारी
सम्राट हर्षवर्धन (606-647ई.) महान विजेता एवं साम्राज्य निर्माता होने के साथ-साथ एक उच्चप्रतिभा के नाटककार भी थे।
Read More » - अक्टूबर- 2019 -30 अक्टूबरइतिहास
हर्षवर्धन द्वारा रचित ग्रंथों के नाम
इत्सिंग भी बाताता है, कि हर्ष एक साहित्यिक व्यक्ति था। अपने दरबारियों की काव्यात्मक रचनाओं के लिये भी वह उत्तरदायी…
Read More » - 26 अक्टूबरइतिहास
हर्ष के समय में साहित्य तथा शिक्षा
ह्वेनसांग ने पंच्चविद्याओं शब्द विद्या (व्याकरण), शिल्पस्थान विद्या, चिकित्सा विद्या, हेतु विद्या (न्याय अथवा तर्क) तथा अध्यात्म विद्या, का उल्लेख…
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