नालंदा
- अप्रैल- 2021 -16 अप्रैलइतिहास
थानेश्वर के वर्द्धन वंश को जानने के लिए इतिहास के साधन की स्लाइड
गुप्त साम्राज्य के पतन के बाद उत्तर भारत के राजवंशों में थानेश्वर का पुष्यभूति राजवंश सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण एवं शक्तिशाली था।…
Read More » - 11 अप्रैलइतिहास
हर्ष के समय में साहित्य तथा शिक्षा की स्लाइड
हर्षवर्धन स्वयं एक उच्चकोटि का विद्वान था, अतः अपने शासन काल में उसने शिक्षा एवं साहित्य की उन्नति को पर्याप्त…
Read More » - 7 अप्रैलइतिहास
इत्सिंग कौन था, यह किसके शासनकाल में भारत आया था
ह्वेनसांग के समान इत्सिंग भी चीनी बौद्ध यात्री था, जो उसके वापस लौट जाने के बाद भारत की यात्रा पर…
Read More » - 7 अप्रैलइतिहास
हर्ष की मृत्यु के बाद कन्नौज की स्थिति कैसी थी की स्लाइड
हर्षवर्धन की मृत्यु के बाद उत्तर भारत में राजनीतिक विकेन्द्रीकरण एवं विभाजन की शक्तियाँ एक बार पुनः सक्रिय हो गयी।…
Read More » - 2 अप्रैलइतिहास
गुप्त काल में स्तूप तथा गुहा स्थापत्य कला की स्लाइड
स्तूप का शाब्दिक अर्थ "ढेर" होता है। यह एक गोल टीले के आकार की संरचना है जिसका प्रयोग पवित्र बौद्ध…
Read More » - मार्च- 2021 -28 मार्चइतिहास
भानुगुप्त, वैन्यगुप्त एवं कुमारगुप्त तृतीय का इतिहास की स्लाइड
भानुगुप्त भारत पर राज्य करने वाले प्रसिद्ध गुप्त राजवंश के गुप्त सम्राटों में से एक था। इसका उल्लेख एरण शिलालेख…
Read More » - 21 मार्चइतिहास
समुद्रगुप्त को भारत का नेपोलियन क्यों कहा जाता है की स्लाइड
चंद्रगुप्त प्रथम के बाद उसका सुयोग्य पुत्र समुद्रगुप्त साम्राज्य की गद्दी पर बैठा। वह लिच्छवि राजकुमारी कुमारदेवी से उत्पन्न हुआ…
Read More » - 12 मार्चइतिहास
विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना किसने और क्यों की
बिहार प्रांत के भागपलुर जिले में स्थित विक्रमशिला नालंदा के ही समान एक अन्तरराष्ट्रीय ख्याति का शिक्षा केन्द्र रहा है।…
Read More » - जुलाई- 2020 -18 जुलाईइतिहास
भारत तथा तिब्बत के संबंध
पामीर के पठार से आच्छादित तिब्बत एक दुर्गम एवं हिम मंडित पहाङी प्रदेश है। यह तीन बङे क्षेत्रों में विभक्त…
Read More » - जून- 2020 -30 जूनइतिहास
बौद्ध धर्म का प्रचार-प्रसार
बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश सारनाथ में दिया जहाँ पाँच ब्राह्मण उनके प्रथम शिष्य बने। इसके बाद उन्होंने अपने धर्म…
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